राज्य के पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक पिछले 8 जुलाई से अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर धरने पर हैं. बता दें कि ये सभी स्वयंसेवक राजभवन के पास धरना दे रहे थें. लेकिन सरकार ने जब महीनों बाद भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं तो आज यानी 26 अगस्त को उनका सब्र का बांध टूट गया. जिसके बाद राज्य के सभी जिलों से स्वयंसेवक रांची पहुंचे, जिसके बाद लगभग 15 हजार की संख्या में स्वयंसेवकों ने सीएम हाउस का घेराव किया.
सीएम से मिले बिना नहीं खत्म होगा आंदोलन
बता दें कि जैसे ही पंचायत स्वयंसेवक मोरहाबादी मैदान से सीएम हाउस के घेराव के लिए निकले पुलिस ने उन्हें रोक दिया. पुलिस ने पहले से ही बैरिकडिंग कर रखा था. हालांकि, स्वयंसेवकों ने एक बैरिकैडिंग को पार कर लिया लेकिन दूसरे बैरिकैंडिंग के पास उन्हें पुलिस ने रोक दिया. जिसके बाद स्वयंसेवकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर सीएम से बात नहीं होती है प्रदर्शन खत्म नहीं होगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सीएम घेराव का कार्यक्रम पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक संघ के बैनर तले हो रहा है.
ये है संघ की पांच सूत्री मांगें
- संघ के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से सीएम की वार्ता
- स्वयं सेवकों की सेवा स्थायी की जाए.
- नियमित मानदेय लागू किया जाए.
- स्वयं सेवकों का समायोजन हो.
- संघ का नाम बदलकर पंचायत सहायक किया जाए.
सुरक्षा के हैं पुख्ता इंतजाम
पंचायत स्वयंसेवक संघ के घेराव कार्यक्रम के मद्देनजर सीएम हाउस के आस-पास से लेकर मोरहाबादी तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे.