140 साल बाद कांग्रेस को नया भवन मिल गया है. इस भवन का नाम ‘इंदिरा भवन’ रखा गया है. दिल्ली के लुटियंस बंगला जोन में 24 अकबर रोड से निकलकर कोटला मार्ग पर 9-ए इंदिरा भवन में एंट्री ले चुकी है.
15 साल में बनकर तैयार हुआ
पूरे 15 साल में बनकर तैयार हुआ कांग्रेस के नया मुख्यालय का सोनिया गंधी ने मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ उद्घाटन किया.
बता दें कि 2009 में स्व. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने इसकी नींव रखी थी. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी , प्रियंका गांधी के अलावा इस मौके पर कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य , पूर्व मुख्यमंत्री समेत पार्टी के प्रमुख नेता मौजूद रहे.
बहरहाल, कांग्रेस के इस नए भवन की चर्चा खूब हो रही है. चर्चा इस बात की हो रही है कि आखिर कांग्रेस के नए ऑफिस का मेन एंट्रेंस सामने से ना होकर पीछे के दरवाजे से क्यों है?
एंट्रेंस गेट पीछे रखने की क्या है वजह?
भवन का एंट्रेंस पीछे के दरवाजे की ओर रखने की मुख्य वजह हम आपको बताते हैं. दरअसल, नया कांग्रेस मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ नई दिल्ली में दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय से पैदल दूरी पर है. दोनों मुख्यालय एक ही रास्ते (दीन दयाल उपाध्याय मार्ग) पर है.
यही वजह है कि कांग्रेस को भवन का मेन एंट्रेंस सामने ना रहकर पीछे के दरवाजे पर रखना पड़ा. बता दें कि कांग्रेस मुख्यालय का पता कोटला मार्ग है , न कि दीन दयाल उपाध्याय मार्ग.
कांग्रेस अपने पते को दीन दयाल उपाध्याय, जो बीजेपी और आरएसएस प्रचारक थे. कांग्रेस उनके नाम के साथ नहीं जोड़ना चाहती है. लिहाजा पार्टी ने पिछले दरवाजे को नए भवन का मुख्य प्रवेश द्वारा बनाने का विकल्प चुना.
बहरहाल, कांग्रेस के नए कार्यालय के बारे में आपको बताएं तो यह भवन 1.82 एकड़ में फैला है. इस दफ्तर में एक स्तंभ पर पार्टी के 5 सिद्धांत गढ़े गए हैं. जिसमें डेमोक्रेसी , नेशनलिज्म , सेकुलरिज्म, इंक्लूसिव ग्रोथ और जस्टिस शामिल है.
गेट के अंदर शुरुआत में एक तरफ कांग्रेस के पहले अध्यक्ष वोमेश चंद बनर्जी और दूसरी तरफ मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की तस्वीर लगाई गई है. इंदिरा भवन में अलग-अलग दीवारों पर 246 दुर्लभ तस्वीरें लगी हैं.
पूरे भवन में हर मंजिल की दीवार कांग्रेस ने अपने 140 साल के इतिहास को टाइमलाइन के साथ अंकित किया है.नए भवन के लिए शिलान्यास 28 दिसंबर 2009 को कांग्रेस के 125वें स्थापना दिवस पर सोनिया गांधी के नेतृत्व में हुआ था.
252 करोड़ रुपये में बनकर तैयार हुआ भवन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के नए दफ्तर को बनाने का एस्टीमेट लगभग 172 करोड़ रुपये था, लेकिन ये 252 करोड़ रुपये में बनकर तैयार हुआ है.
5 मंजिला भवन के सबसे ऊपरी फ्लोर पर कांग्रेस अध्यक्ष का ऑफिस रहेगा. उसके अलावा भवन में कांग्रेस की अलग-अलग इकाइयों और संगठनों के दफ्तर भी होंगे.