झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने अपने संकल्प यात्रा के दौरान एक बार फिर झारखंड सरकार को घेरा है. उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भारत का टकसाल बताया और कहा कि उन्हें कितना भी लाकर दे दो उनका पेट ही नहीं भरता है.
बाबूलाल ने कहा कि झारखंड के तमाम सरकारी कर्मचारी, अधिकारी और पुलिसवाले भी इस वसूली सरकार से तंग आ चुके हैं. ये सरकार को पैसा पहुंचाते-पहुंचाते परेशान हैं. हर महीने-दो महीने पर ट्रांसफर-पोस्टिंग की लिस्ट आ जाती है. ऊपर वाले का पेट ही नहीं भर रहा है? उन्होंने कहा कि अधिकारियों के बीच चर्चा है कि इनको भारत का टकसाल भी लाकर दे दो तो पेट नहीं भरेगा.
झारखंड के तमाम सरकारी कर्मचारी, अधिकारी और पुलिसवाले भी इस वसूली सरकार से तंग आ चुके हैं। इनको पैसा पहुंचाते-पहुंचाते परेशान हैं…हर महीने-दो महीने पर ट्रांसफर-पोस्टिंग की लिस्ट आ जाती है…ऊउपर वाले का पेट ही नहीं भर रहा ?
अधिकारियों के बीच चर्चा है कि इनको भारत का टकसाल भी… pic.twitter.com/RYiy6kqvBu
— Babulal Marandi (@yourBabulal) October 5, 2023
भाजपा सरकार बनते ही बालू का काला खेल होगा खत्म
बाबूलाल मरांडी ने अपने संबोधन में कहा कि “जब मैं झारखंड का मुख्यमंत्री था तो यहां के सारे बालू घाट ‘मुफ्त’ में संचालित होते थे. जनता अपनी आवश्यकता के अनुसार बालू उठाकर ले जाया करती थी, उन पर कोई पुलिसिया कार्रवाई नहीं की जाती थी. मेरे द्वारा बनाई गई यह व्यवस्था 2013 तक सुचारू रूप से चली. जैसे ही हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने, मुंबई के ठेकेदारों ने झारखंड के बालू घाट पर क़ब्जा कर लिया. इसका दुष्परिणाम है कि लोग आज बालू की मुंहमांगा कीमत चुकाने को मजबूर हैं. भाजपा की सरकार बनने के साथ ही बालू का काला खेल बंद किया जाएगा.”
केंद्र के नौ साल देश के लिए समर्पित : बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नौ सालों का जिक्र करते हुए कहा कि साढ़े नौ सालों का कार्यकाल देश के गरीबों को समर्पित रहा है. केंद्र सरकार ने इस दौरान ज़न धन योजना, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजनाओं के माध्यम से महिलाओं, बुजुर्गों, किसानों के जीवन में खुशहाली लाई है. यह देखकर दुख होता है कि ‘बदले की राजनीति’ से प्रेरित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा डाल रहे हैं.