चंपाई सोरेन

चंपाई सोरेन अपनी जासूसी की खबरों पर बोले, मैं नहीं डरता; संघर्षशील आदमी हूं

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चंपाई सोरेन ने खुद की कथित जासूसी की खबरों पर कहा कि मैं इन चीजों से घबराता या डरता नहीं हूं. संघर्षशील आदमी हूं. राजनीतिक जीवन में ऐसी चीजें चलती रहती है. मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता.

दरअसल, दिल्ली से रांची लौटे चंपाई सोरेन आज मीडिया से मुखातिब थे. वहीं पत्रकारों ने उनसे झारखंड की हेमंत सरकार द्वारा स्पेशल ब्रांच के 2 अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर उनकी जासूसी कराये जाने की खबरों पर सवाल पूछा था.

गौरतलब है कि चंपाई सोरेन के आप्त सचिव ने दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में लिखित शिकायत दी थी.

आरोप लगाया था कि 27-28 अगस्त को चंपाई सोरेन के 2 दिवसीय प्रवास के दौरान 2 संदिग्ध लोग चंपाई सोरेन की जासूसी कर रहे थे. छिपकर चंपाई सोरेन का वीडियो और फोटो बना रहे थे.

दिल्ली के मौर्या होटल के सुरक्षा गार्ड ने पकड़कर उनको चाणक्यपुरी पुलिस को सौंप दिया. हालांकि, बाद में पुलिस ने दोनों को क्लीनचिट देकर वापस रांची रवाना किया.

चंपाई सोरेन 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल होंगे

चंपाई सोरेन ने बुधवार को रांची में समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि फिलहाल उनका अगला प्लान कुछ नहीं है. 30 अगस्त को वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे हैं.

बीजेपी देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है. अब पार्टी 30 अगस्त को उन्हें जो भी दायित्व सौंपेगी वे समर्पित कार्यकर्ता की तरह उसका निर्वहन करेंगे. चंपाई सोरेन ने कहा कि अलग-अलग राजनीतिक संगठन का काम करने का तरीका भी अलग होता है.

बीजेपी उन्हें क्षेत्र विशेष या पूरे झारखंड में जो भी दायित्व सौंपेगी, वे उसका पालन करेंगे.

बता दें कि सोमवार देर रात ही यह स्पष्ट हो गया था कि चंपाई सोरेन बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं.

चंपाई सोरेन ने बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा दोहराया

चंपाई सोरेन ने कहा कि मैं बीजेपी में शामिल हो रहा हैं. हम झारखंड और झारखंड वासियों के विकास के लिए काम करेंगे.

आदिवासी अस्मिता की रक्षा करेंगे. चंपाई सोरेन ने दोहराया कि बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से संताल परगना में आदिवासी अस्तित्व को खतरा है. डेमोग्राफी को खतरा है. बच्चियां सुरक्षित नहीं है. आदिवासियों की जमीनें छीनी जा रही है.

मैं घुसपैठ के खिलाफ आदिवासी अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ूंगा.

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