झारखंड के 62,000 पारा शिक्षकों को ईपीएफ का लाभ मिलेगा. पारा शिक्षकों के मानदेय में भी 1,000 रुपये की वृद्धि की गई है. योग्यता के आधार पर पारा शिक्षकों के परिजनों को अनुकंपा का लाभ दिया जायेगा.
मानदेय में 4 फीसदी वार्षिक वृद्धि के लिए प्रतिवर्ष सेवा संपुष्टि की आवश्यक्ता नहीं होगी.
सीटेट पास पारा शिक्षकों को भी अन्य टीचर भर्ती परीक्षा में जेटेट के समतुल्य मान्यता मिलेगी. आकलन देने वाले पारा शिक्षकों को भी जेटेट की तरह ही लाभ मिले, इस पर सरकार विचार करेगी.
पारा शिक्षकों के साथ इन बिंदुओं पर सहमति
सहायक आचार्य नियुक्ति में पहली से 5वीं और छठी-8वीं के शिक्षकों को एक ही तरह का प्रमाणपत्र दिया जायेगा.
मौजूदा टेट परीक्षा में ऑल-ओवर पास मार्क्स दिया जायेगा.
जेटेट की नियमावली में भी संशोधन किया जायेगा.
शिक्षा मंत्री के साथ पिछली वार्ता विफल रही थी
गौरतलब है कि पिछले दिनों झारखंड सहायक अध्यापक संघ और शिक्षा मंत्री के बीच वेतनमान, ईपीएफ और स्थायीकरण को लेकर हुई वार्ता विफल हो गई थी.
तब, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से पारा शिक्षकों को मानदेय में 2,000 रुपये की वृद्धि का ऑफर दिया गया था लेकिन ईपीएफ पर सहमति नहीं बन पाई थी.
अनुकंपा पर नौकरी की बात पर भी सहमति नहीं बन सकी थी.