झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं, वर्तमान में इन 14 में से 11 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है वहीं 1 पर आजसू, 1 कांग्रेस और 1 पर झामुमो ने जीत हासिल की है. अब देशभर में लोकसभा के चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं राजनीतिक गतिविधियां बढ़ने लगी है. राजनीतिक गलियारों में कयासों के दौर शुरु हो गए हैं और अब सभी सीटों पर संभावित उम्मीदवारों के नाम भी सामने आ रहे हैं. इसी बाच राजमहल लोकसभा सीट से भी कुछ नाम सामने आए हैं और राजनीतिक विशलेश्कों का मानना है कि झामुमो 2024 के चुनाव में सीटींग सांसद विजय हांसदा को एक बार फिर से टिकट दे सकती है.हालांकि भाजपा से भी राजमहल सीट के लिए संभावित उम्मीदवारों के नाम सामने आए हैं जिनमें ताला मरांडी, बाबूधन मुर्मू, शीला रानी हेम्ब्रम और मिस्त्री सोरेन शामिल हैं.
हालांकि राजमहल सीट से भाजपा बहुत कम बार ही जीत हासिल कर पाई है. 2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो इस सीट पर एनडीए गठबंधन उम्मीदवार हेमलाल मुर्मू को 4,08,635 वोट मिले थे. वहीं यूपीए गठबंधन से चुनाव लड़ रहे जेएमएम उम्मीदवार विजय हंसदा 5,07,830 वोट मिले. दोनों के बीच का अंतर 99,195 वोटों का था. वहीं 2014 में जेएमएम के विजय हंसदा को 3,79,507 वोट मिले थे. बीजेपी के उम्मीदवार हेमलाल मुर्मू को 3,38,170 वोट मिले. जीत का अंतर 41,337 वोटों का था.झामुमो ने लगातार दो बार राजमहल सीट पर कब्जा किया है. बता दें कि हेमलाल मुर्मू बीजेपी में दो बार मिली हार के बाद फिर से झामुमो का दामन थाम लिया है.
वहीं राजमहल लोकसभा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो राजमहल सीट से कांग्रेस ने सबसे अधिक बार जीत हासिल की है. कांग्रेस ने अब तक 6 बार जीत हासिल की है वहीं झामुमो ने 4 बार कब्जा किया है. और भाजपा ने महज 2 बार ही राजमहल सीट पर जीत हासिल की है.1957 में कांग्रेस की पाइका मुर्मू ने जीत हासिल की है. 1967 और 1971 में ईश्वर मरांडी झारखंड पार्टी और कांग्रेस से जीत हासिल की थी, 1977 से जनता पार्टी से एंथोनी मुर्मू ने राजमहल सीट पर कब्जा किया. 1980 और 1984 में सेठ हेंब्रम कांग्रेस से सांसद बने. 1989 में झामुमो ने राजमहल सीट से अपना खाता खोला और लगातार दो बार 1989 और 1991 में साइमन मरांडी ने जीत हासिल की है. 1996 में थॉमस हासदा ने कांग्रेस से जीत हासिल की है. 1998 में भाजपा से सोम मरांडी जीते.
1999 में कांग्रेस से थॉमस हांसदा फिर से जीते. 2004 में झामुमो से हेमलाल मुर्मू जीते.2009 में भाजपा से देवीधन बेसरा सांसद बने , 2014 और 2019 में लगातार दो बार झामुमो से विजय हांसदा सांसद बने. हालांकि अबतक झामुमो ने राजमहल सीट से उम्मीदवार की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है.अब इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद ही तय होगा कि राजमहल सीट से किसे चुनाव लड़ने का मौका दिया जाएगा.
BY- AVANTIKA RAJ CHOUDHARY