TFP/DESK : मां, कुश्ती जीत गई और मैं हार गई. इन शब्दों के साथ विनेश फोगाट ने रेसलिंग को अलविदा कह दिया. उन्होंने आज सुबह ही सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर इसकी जानकारी दी है.
https://x.com/Phogat_Vinesh/status/1821332432701779982
बता दें कि 6 अगस्त को एक के बाद एक लगातार 3 बाउट जीतकर विनेश पेरिस ओलंपिक के फाइनल में पहुंची. देश को सुनहरी उम्मीद जगी लेकिन सपना छन से टूट गया.
केवल 100 ग्राम, भारत की उम्मीदों को धाराशायी कर गया. इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी ने विनेश को अयोग्य घोषित कर दिया क्योंकि उनका वजन प्रतियोगिता के लिए तय वजन मानक से 100 ग्राम ज्यादा था. कई सवाल हैं. पहला तो यही कि कैसे महज 10-11 घंटों में किसी का वजन बढ़ जायेगा.
महज 100 ग्राम वजन अधिक होने से कैसे किसी को मैच खेलने से रोका जा सकता है. आखिर कैसे विनेश गोल्ड तो छोड़िए, सिल्वर और ब्रॉन्ज भी नहीं ला सकी. देश के लाखों लोगों को लगता है कि ये साजिश है. गहरी साजिश.
इनमें विनेश फोगाट की बड़ी बहन गीता फोगाट, पूर्व ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक, रेसलर योगेश्वर दत्त, पूर्व कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन अलका तोमर और पेरिस ओलंपिक में भारतीय दल के आधिकारिक डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला शामिल हैं. इन्होंने विनेश के वजन बढ़ने, साजिश की संभावना, अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती संघ और अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमिटी के नियमों और टीम की गलतियों पर पूरा जवाब दिया है. हम सिलसिलेवार ढंग से आपको पूरा प्रकरण समझाते हैं. क्या हुआ. क्यों हुआ. कैसे हुआ. साजिश है या चूक. औऱ गलती वाकई में किसकी है.
सबसे पहले डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के बयान से शुरू करते हैं. यही वो शख्स हैं जो इस पूरे प्रकरण में विनेश के सबसे करीब थे. दिनशॉ पारदीवाला ने बताया कि क्वालीफायर्स से पहले विनेश का वजन 49.9 किलोग्राम था.
50 किलोग्राम कैटेगरी में ये परफेक्ट था. इसी वजन के साथ विनेश ने यूई सूसाकी को राउंड ऑफ 16 में हराया. क्वार्टरफाइनल में यूक्रेन की ओक्साना लिवाच को हराया फिर सेमीफाइनल में क्यूबा की गुजमान लोपेज को मात दी. दिनशॉ बताते हैं कि एक के बाद एक 3 बाउट लड़ने की वजह विनेश को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए पानी, एनर्जी ड्रिंक औऱ हाई प्रोटीन डाइट दिया जा रहा था.
संभवत इसी वजह से उनका वजन बढ़ गया. दिनशॉ ने बताया कि सेमीफाइनल के बाद विनेश का वजन 52 किलो 700 ग्राम था. कैटेगरी 50 केजी की इजाजत देती है. मतलब तुरंत 2 किलो 700 ग्राम वजन घटाना था लेकिन इसके लिए समय काफी कम था.
विनेश की बड़ी बहन रेसलर बबीता फोगाट ने भी बताया कि मैच के बीच खिलाड़ी को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए पानी और एनर्जी ड्रिंक दिया जाता है. खिलाड़ी का एनर्जी लेवल बना रहे इसलिए हाई प्रोटीन डाइट भी दिया जाता है. कई लोगों के सवाल है कि कुछ ही घंटों में कैसे इतना वजन बढ़ा. बबीता ने इसे भी स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि यदि कोई आदमी अपनी नॉर्मल वजन को बहुत अधिक घटा लेता है और फिर वो कुछ खाता है तो ब़ॉडी तेजी से रियेक्ट करती है. मानो यदि नॉर्मल सिचुएशन में किसी व्यक्ति का वजन 100 ग्राम बढ़ेगा तो वहीं एथलीट का 200 ग्राम. यही वजह है कि विनेश का वजन पौने 3 किलो तक बढ़ गया.
अलका तोमर औऱ योगेश्वर दत्त ने भी कहा है कि डायटिशियन, कोच और फिजियो से किसी ने किसी स्तर पर चूक हुई. खुद विनेश भी समझ पाने में नाकामयाब रहीं कि उनका वजन बढ़ गया है और इसे कंट्रोल करना मुश्किल साबित हो सकता है.
डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला का कहना है कि मंगलवार रात को ही पता चल गया था कि विनेश का वजन बढ़ चुका है लेकिन, तब तक देर हो चुकी थी. पूरी टीम ने पूरी रात प्रयास किया. विनेश ने पूरी रात साइक्लिंग की. जॉगिंग की. रनिंग और स्किपिंग की. बाल काट दिये. कपड़े छोटे कर दिये गये. यहां तक की खून निकालने पर भी चर्चा हुई लेकिन डॉ. दिनशॉ ने कहा कि हम विनेश की जान को खतरे में नहीं डाल सकते.
तमाम प्रयासों के बाद भी 100 ग्राम वजन ज्यादा रह गया. अब कहा जा रहा है कि 100 ग्राम से क्या होता है. पूर्व कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन अल्का तोमर और योगेश्वर दत्त ने कहा कि हम 100 ग्राम की बात कह रहे हैं लेकिन नियम तय वजन से 10 ग्राम भी ज्यादा की इजाजत नहीं देते. नियम कठोर हैं और ये खिलाड़ी अच्छे से जानता है.
एक और बात की भी चर्चा है.
कहा जा रहा है कि विनेश का नॉर्मल वजन 57 किलोग्राम है. वह 53 किलो भारवर्ग में लड़ती आई हैं. हालांकि, भारत में ट्रायल में वह 53 किलो भारवर्ग में हार गईं. फिर उन्होंने 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में कोशिश की और सफल रहीं. हर आदमी की वजन घटाने की एक सीमा होती है. पहले चीजें मैनेज हो गई लेकिन फाइनल तक हालात काबू से बाहर जा चुके थे.