Ranchi : झारखंड में पहले चरण के लिए मतदान होने में लगभग 36 घंटे बाकी हैं लेकिन नक्सल प्रभावित सिंहभूम क्षेत्र में ट्रेन और हेलीकॉप्टर के माध्यम से चुनाव कर्मियों को भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
इसके कारण कई क्षेत्रों में पहली बार और कई दशकों के बाद मतदान होने जा रहा है. सिंहभूम लोकसभा सीट एशिया के सबसे घने ‘सारंडा’ जंगल का भी है, जो देश में वामपंथी उग्रवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक है.
Taking to the skies for democracy: Polling teams winging it to Jharkhand's remote corners. #Phase4 #GeneralElections2024 🚁🚁
Ensuring Each Vote! #YouAreTheOne
🎥CEO Jharkhand #ChunavKaParv #DeshKaGarv #IVote4Sure pic.twitter.com/mR5LurSPBh
— Election Commission of India (@ECISVEEP) May 11, 2024
इस बीच चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया है जिसमें ट्रेन के जरिए मतदान दलों की रवानगी और सामग्री की तस्वीरें साझा कीं और कहा कि हम तैयार हैं! क्या आप भी तैयार हैं. झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में मतदान दलों को विशेष ट्रेन के माध्यम से उनके मतदान केंद्रों के लिए रवाना किया जा रहा है.
हम तैयार हैं, क्या आप तैयार हैं..!!
लोकसभा आम निर्वाचन-2024 के निमित मतदान केंद्रों के लिए मतदान पदाधिकारियों/ कर्मियों को मतदान केंद्र के लिए रवाना किया जा रहा है। #LokSabhaElections2024#YouAreTheOne @ECISVEEP @ceojharkhand @SpokespersonECI pic.twitter.com/pvf8uVaDMY
— DC Khunti (@DCkhunti) May 12, 2024
चुनाव आयोग ने कहा, हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि कोई भी मतदाता छूट न जाए. हमने ऐसे कई क्षेत्रों की पहचान की है जहां पहली बार या लगभग दो दशकों के बाद मतदान होगा क्योंकि ये स्थान माओवादी उग्रवाद से बुरी तरह प्रभावित थे.