hemant

Hemant के इन मंत्रियों का NDA प्रत्याशियों से है मुकाबला, दुहरा पाएंगे अपनी जीत ?

|

Share:


झारखंड में विधानसभआ चुनाव के लिए महज एक सप्ताह का ही समय बाकी रह गया है. चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामांकन, स्क्रूटनी जैसी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं. अब राज्य की कई सीटें ऐसी हैं जो हॉट सीट बन चुकी हैं. सीएम हेमंत से लेकर कल्पना और हेमंत कैबिनेट के मंत्रियों की सीटें भी हॉट सीट की गिनती में आ चुकी है.

हेमंत कैबिनेट के कुछ मंत्रियों की जिनका मुकाबला सीधे तौर पर एनडीए के घटक दल यानी भाजपा, आजसू या फिर जदयू के साथ होने वाला है. फिल्हाल हम चर्चा करेंगे कोल्हान प्रमंडल के सीटों की. जहां से मंत्रियों का मुकाबला एनडीए प्रत्याशियों के साथ होने वाला है.

कोल्हान में प्रदेश के तीन मंत्रियों की परीक्षा होने वाली है.इनमें बन्ना गुप्ता, रामदास सोरेन और दीपक बिरुआ का नाम शामिल है. हेमंत सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बन्ना गुप्ता जमशेदपुर प. से एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं तो परिवहन मंत्री दीपक बिरुआ चाईबासा से चुनावी मैदान में हैं.वहीं घाटशिला सीट से उच्च शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन लगातार दूसरी बार जीत के लिए तैयारी कर रहे हैं.

प. जमशेदपुर में कांग्रेस प्रत्याशी बन्ना गुप्ता और जदयू प्रत्याशी सरयू राय के बीच टक्कर होने वाली है.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ पूर्व मंत्री वरिष्ठ नेता सरयू राय मैदान में हैं. हालांकि जमशेदपुर प. सीट से दोनों दो बार पहले भी आमने-सामने रह चुके हैं. सरयू राय ने इससे पहले हमेशा इसी सीट का प्रतिनिधित्व किया था. वर्ष 2019 के चुनाव में उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ जमशेदपुर पूर्वी से ताल ठोका था और जीत हासिल की थी. इस बार गठबंधन के तहत सरयू राय को पं. सीट से एनडीए ने मैदान में उतारा है. जमशेदपुर पूर्वी से पूर्व सीएम रघुबर दास की बहु पूर्णिमा साहू दास मैदान में है.

सरयू राय ने साल 2005 और 2014 के चुनाव में बन्ना गुप्ता को प. सीट से पटखनी दी थी.जबकि 2009 के चुनाव में वे बन्ना गुप्ता से हार गए थे. इस बार बदले समीकरण में जदयू में शामिल सरयू एनडीए प्रत्याशी के तौर पर चुनावी समर में उतरे हैं. अब सरयू राय के इस सीट पर वापस आने से एक बार फिर बन्ना गुप्ता के लिए जीत की राह बहुत आसान नहीं होने वाली है. बन्ना गुप्ता के लिए एक बार फिर से इस सीट पर वापसी बड़ी चुनौती हो सकती है.

चाईबासा सीट से मंत्री दीपक बिरुआ और गीता बालमुचू के बीच कुर्सी की फाइट होने वाली है
चाईबासा से हैट्रिक लगा चुके मंत्री दीपक बिरुआ का मुकाबला एनडीए से भाजपा प्रत्याशी गीता बालमुचू से है.भाजपा ने चाईबासा नगर परिषद की पूर्व अध्यक्ष गीता को मैदान में उतार कर मुकाबले को रोचक बना दिया है. 2005 में यह सीट भाजपा के खाते में आई थी. अब दो दशक के लंबे सूखे के बाद चाईबासा में गीता बालमुचू के लिए कमल खिलाने की चुनौती है. हालांकि चाईबासा की जनता बीते तीन टर्म से दीपक बिरुआ को मौका दे रही है, अगर जनता बदलाव चाहती है तो भाजपा को मौका मिल सकता है.
वहीं घाटशिला सीट में मंत्री रामदास सोरेन और भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन के बीच कुर्सी की फाइट होने वाली है.

पूर्वी सिंहभूम की घाटशिला सीट पर इस बार समीकरण बदल गया है. कभी झारखंड मुक्ति मोर्चा का हिस्सा रहे बाबूलाल सोरेन इस बार भाजपा से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. बाबूलाल सोरेन पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बेटे हैं. इस सीट पर मंत्री रामदास सोरेन और बाबूलाल सोरेन के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है. बाबूलाल को पिता चंपाई सोरेन के प्रभाव का फायदा मिल सकता है. 2014 में यह सीट भाजपा के खाते में आई थी. लक्ष्मण टुडू ने रामदास सोरेन को पराजित किया था. फिर 2019 में रामदास सोरेन ने जीत हासिल की थी. अब बाबूलाल सोरेन को इस सीट पर भाजपा की वापसी कराने की चुनौती है.

Tags:

Latest Updates