झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा मिशन मोड पर काम कर रही है. भाजपा ने लोकसभा चुनाव बाद से ही झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरु कर दी थी. चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और चुनाव सह प्रभारी हेमंता विस्वा सरमा अब तक कई बार झारखंड का दौरा कर चुके हैं. दोनों नेता झारखंड में भाजपा की पकड़ और मजबूत करने में जुटे हैं. अब झारखंड में एक बार फिर 16 अगस्त को झारखंड भाजपा प्रभारी और चुनाव प्रभारियों के साथ झारखंड भाजपा के मंडल अध्यक्षों की बैठक होगी. बैठक में चुनाव को लेकर रणनीतियां बनाई जाएंगी और भाजपा एक बार फिर सत्ता पर काबिज हो इसके लिए कार्यकर्ताओं को केंद्रीय नेतृत्व द्वारा मंत्र दिए जाएंगे.
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बैठक में प्रदेश चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी मौजूद रहेंगे.इनके साथ प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्रनाथ त्रिपाठी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह समेत सभी सांसद और विधायक प्रदेश और जिलों के पदाधिकारियों के अलावा राज्य के सभी मंडल अध्यक्ष भी बैठक में मौजूद रहेंगे.
इस बैठक के एक सप्ताह के बाद ही 23 अगस्त को राजधानी रांची में राज्य सरकार के विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा ने एक बड़ी रैली आयोजित की है. इस रैली को आक्रोश रैली का नाम दिया गया है. रैली के मद्देनजर बैठक को काफी अहम मानी जा रही है. आक्रोश रैली को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि – मोरहाबादी मैदान में 23 अगस्त को होने वाली युवा आक्रोश रैली में हेमंत सरकार से राज्य के युवा सालाना पांच लाख रोजगार और बेरोजगारी भत्ता का हिसाब मांगेंगे. सम्मेलन के माध्यम से राज्य की ठगबंधन की सरकार को उखाड़ फेकेंगे.
झारखंड में भाजपा लगातार हेमंत सोरेन सरकार पर हमलावार है. विधानसभा चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि -झारखंड सरकार की तरह कोई भ्रष्ट और लुटेरी सरकार नहीं देखी। यह देश में सबसे भ्रष्ट और खराब सरकार है. इसने एक भी वादा पूरा नहीं किया. ना तो एक भी युवा को अपने बल पर नियुक्ति पत्र दिया, ना बेरोजगारी भत्ता.
भाजपा के बाद अब कांग्रेस भी झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव नजर आ रही है. कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के साथ झारखंड के नेताओं की भी बैठक लगातार चल रही है.और अब खुद राहुल गांधी भी झारखंड दौरे पर पहुंचने वाले हैं. कांग्रेस अगस्त के आखिरी सप्ताह और सितंबर के पहले सप्ताह में झारखंड में रैली करेगी. कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व ने देश के चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रैली करने का फैसला लिया है. इसकी शुरुआत महाराष्ट्र से होगी. इसके बाद झारखंड में बड़ी रैली करने की योजना बनायी गयी है.
अब झारखंड की जनता किससे कितना प्रभावित होती है और किसे राज्य की सत्ता सौंपना चाहती है ये तो चुनावी नतीजों के बाद ही पता चल पाएगा.