JSSC-CGL

आंदोलन कर रहे JSSC-CGL के अभ्यर्थियों पर चली लाठियां, विपक्ष ने सरकार को घेरा !

|

Share:


झारखंड अब दिन ब दिन आंदोलनों का राज्य बनता जा रहा है. राज्य में परीक्षाएं नियुक्तियां कम और आंदोलन जा हो रहे हैं. विपक्ष के नेता विधायक इश पर अपना राजनीतिक रोटियां सेंक रही है तो वहीं सत्तारुढ़ पार्टियों ने चुप्पी साध ली है.झारखंड में JSSC-CGL परीक्षा एक बार फिर विवादों में आ गई है. परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है लेकिन छात्र इस रिजल्ट में धांधली का आरोप लगा रहे हैं.

छात्रों ने हजारीबाग में किया सड़क जाम

मंगलवार को हजारीबाग में अभ्यर्थी रिजल्ट जारी करने को लेकर सरकार और आयोग के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. हजारीबाग के भारत माता चौक पर मंगलवार को छात्रों द्वारा सीजीएलके परिणाम के विरोध प्रदर्शन किया गया। साथ ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी छात्र फोरलेन पर में बैठ गए और हजारीबाग मार्ग को घंटो तक बाधित रखा. परिणाम स्वरूप हजारीबाग मार्ग में गाड़ियों की लंबी कतार लग गई, लोग जाम में फंसे रहे । प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि 2024 के सीजीएल परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक हुए है इसी कारण वश छात्र परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे है। छात्रों का आरोप है कि यह प्रमाणित करता है कि इस परीक्षा में अनियमित हुई हैं। छात्रों का यह आरोप लगाया है कि सीटों को बेच दिया गया है। अब छात्र सीजीएल परीक्षा रद्द करने को लेकर आंदोलन कर रहे .

पुलिस ने चलाई लाठियां

मंगलवार को हजारीबाग बंद को लेकर छात्रों ने जमकर बवाल काटा है. अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत छात्रों ने हजारीबाग बंद का ऐलान किया था. इस बाबत छात्रों ने एसडीओ ऑफिस को सूचना भी दी थी. छात्रों ने शहर में जहां विभिन्न दुकानों को निशाना बनाया तो दोपहर 1:20 बजे NH-33 जाम कर दिया और लगभग 4 घंटे तक छात्रों ने एनएच को जाम रखा. इस दौरान प्रशासन के समझने के बावजूद छात्र इस बात को लेकर अड़े रहे कि परीक्षा परिणाम रद्द किया जाए. जब स्थिति बिगड़ी हुई देखी तो प्रशासन ने लाठीचार्ज करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया. लगभग आधे घंटे तक पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए भीड़ को तितर-बितर किया. वहीं उग्र छात्रों ने इस दौरान जमकर पथराव किया. जिसमें एक दर्जन से अधिक गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गयीं, जिसमें पुलिस की गाड़ी भी शामिल हैं. यही नहीं जाम में फंसे बस और छोटे चार पहिया गाड़ी को भी निशाना बनाया गया.इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया. घटनास्थल पर एसडीओ सदर अशोक कुमार, एडिशनल एसपी अमित कुमार पांच थाना के थाना प्रभारी भी घटनास्थल पर मौजूद रहे. इस हंगामे को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात की गई.

हजारीबाग विधायक पहुंचे अभ्यर्थियों के बीच

आंदोलन कर रहे छात्रों के बीच हजारीबाग विधायक प्रदीप प्रसाद पहुचें और आंदोलन समाप्त करने का अनुरोध किया उन्होंने कहा कि 14 दिसंबर को राजधानी रांची में जो आंदोलन होगा , उस में बीजेपी के सभी विधायक शामिल होगें। बीजेपी विधायक के आश्वासन पर फिलहाल छात्रों ने आंदोलन समाप्त किया.

अमर बाउरी ने अभ्यर्थियों के समपर्थन में किया ट्वीट

प्रशासन द्वारा अभ्यर्थियों पर किया गया लाठीचार्ज विपक्ष के लिए एक मुद्दा बन गया है. भाजपा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है.उन्होंने अभ्यर्थियों का समर्थन करते हुए लिखा-
दुर्भाग्यपूर्ण ! झारखंड में नौकरी और कदाचार मुक्त परीक्षाओं की मांग के बदले आपको मिलेगी लाठियां ! मांग स्पष्ट है : झारखंड सरकार जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की सीबीआई जांच कराए .

बाबूलाल मरांडी ने सरकार से कर दी ये मांग 

वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने फिर एक बार राज्य सरकार को निशाने पर लिया. कहा कि जेएसएससी सीजीएल के परिणाम में कई विसंगतियां पाई गई हैं. लगातार सीरियल क्रम से अभ्यर्थियों के उत्तीर्ण होने के बाद परीक्षार्थियों के मन में सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी की शंका और गहरी हो चुकी है. लाखों छात्र सीजीएल परीक्षा में सीट बेचने का आरोप लगा रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से निवेदन करते हुए कहा कि छात्रों की संतुष्टि के लिए जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की पूरी प्रक्रिया की सीबीआई जांच कराएं. भाजपा छात्रहित में सड़क से लेकर सदन तक सीजीएल परीक्षा में हुई साजिश के खिलाफ मुखर आवाज उठाएगी.

जयराम महतो ने क्या कहा-

डुमरी से नवनिर्वाचित विधायक जयराम महतो ने भी इस मामलेपर अपनी बात रखी है , विधानसभा के बाहर मीडिया से बातचीत के क्रम में उन्होंने बताया कि हजारीबाग में छात्रों के साथ के प्रत्याशियों पर भी लाठियां बरसाई गई, वो छात्रों के साथ सड़क से लेकर सदन तक साथ है.

हालांकि सत्तारुढ़ पार्टियां और सीएम हेमंत सोरेन ने इस मामले पर किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की है. अब 14 दिसंबर को रांची में आंदोलन के बाद देखना होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है.

Tags:

Latest Updates