पलामू जेल सुपरिटेंडेंट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चला रहे जेल:अमन साहू

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झारखंड में गैंगस्टर अमन साहू का खौफ काफी बढ़ चुका है. अमन के गुर्गे लगातार राज्य के कारोबारियों को अपना टार्गेट बनाते रहते हैं. अमन साहू वैसे तो लंबे समय से जेल में बंद है लेकिन वह जेल के अंदर से ही क्राइम का सिंडिकेट चलाता है. अमन साहू खासकर राज्य के कोयला कारोबारियों को अपना निशाना बनाता है और रंगदारी की मांग करता है और रंगदारी न मिलने पर सीधा उनकी हत्या कर देता है. कारोबारियों में अमन साहू का बहुत दहशत है.

अमन साहू को बीते 13 महीनों में 4 अलग अलग जेल में शिफ्ट किया जा चुका है. बीते 20 अगस्त से अमन साहू केन्द्रीय कारा मेदिनीनगर में बंद है. अमन को केन्द्रीय कारा मेदिनीनगर में लाने के बाद पुलिस प्रशासन और जेल प्रशासन ने जेल की चौकसी बढ़ा दी है. लेकिन फिर भी अमन साहू जेल में बैठकर मोबाइल का इस्तेमाल करता है और सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता है.

सोशल मीडिया पर अमन का एक पोस्ट वायरल हो रहा है. अमन ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर बताया कि मेदिनीनगर जेल को पुलीस अधीक्षक के द्वारा प्राइवेट कंपनी की तरह चलाया जा रहा है. सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए अमन साहू ने लिखा है, सरकार जेल में बंद बंदियों को एक डाइट स्केल के अनुसार डाइट देती है. पलामू जेल सुपरिटेंडेंट उस डाइट स्केल का 50 प्रतिशत डाइट ही जेल का सप्लायर के हेल्प से बेच देता है. जानवरों के जैसा खाना बंदियों को खाना पड़ता है. जो पैसे वाले बंदी हैं, जेल के कैंटीन से खरीद कर खाते हे, यह कैंटीन भी बिना नियम-कानून के पलामू जेल सुपरिटेंडेंट अपने चहेते बंदी से चलवा रहा है और बाजार दर की तुलना में 40 प्रतिशत महंगे दाम पर सारी चीजें बेचता है. इसके खिलाफ उच्च अधिकारियों को कोई भी बंदी आवेदन लिखता है, तो उस लेटर को जेल से डिस्पैच ही नहीं होने दिया जाता है.

मैं पिछले साल भी इस जेल में करीब दो महीना रहा, उस समय जेल आईजी सर एवं कोर्ट को यही सारी चीजों की जांच के लिए कई बार आवेदन लिखा. लेकिन मेरे एक भी आवेदन को पहुंचने नहीं दिया गया. उल्टा मुझ पर धमकी देने और स्पेशल सुविधा मांगने का आरोप लगाकर केस कर दिया गया. इससे आगे अमन साहू ने लिखा है, पलामू जेल सुपरिटेंडेंट हर महीना में इस जेल से 10 लाख कमा रहा है, उस हिसाब से तो 3.6 करोड़ कमा लिये गये हैं, जो कि सिर्फ़ बंदी का खाना दाल चावल इत्यादि बेचकर कमाया है.

जितेंद्र कुमार (पलामू जेल सुपरिटेंडेंट) जितना आपने जेल से कमाई की हैं, आपसे वह हम जोड़ कर वसूल करेंगे, समय आने पर. बस थोड़ा समय का इंतजार करिए.

अमन महज 27 साल का है और झारखंड में आतंक का पर्याय बन चुका है. रिपोर्टस कहती है कि अमन पर 50 से अधिक आपराधिक मामले पंजीकृत हैं. अमन के खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी टैक्स वसूलने के अलावे कोयला व्यापारियों से जबरदस्ती उगाही के मामले दर्ज हैं. साथ ही पुलिस दल पर हमला करने एवं घायल करने के मुकदमे भी है. अमन ने पहले भी केन्द्रीय कारा मेदिनीनगर में रहते हुए जेल अधीक्षक को जान से मारने की धमकी दी थी.

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