झारखंड में विधानसभा चुनाव की हलचल तेज हो गई है. झारखंड में सत्ता वापसी की तैयारी में लगी भाजपा लोकसभा चुनाव के बाद से ही विधानसभा चुनाव को लेकर फिल्ड में एक्टिव हो गई है और अब कांग्रेस पार्टी ने भी चुनाव को लेकर अपनी तैयारियां शुरु कर दी है. बीते कल दिल्ली में झारखंड कांग्रेस के नेताओं की बैठक बुलाई गई. बैठक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल की अध्यक्षता में हुई. यह बैठक खासतौर पर झारखंड में होने वाले विधानसभा की तैयारियों को लेकर बुलाई गई थी. झारखंड में कांग्रेस के इस बैठक को लेकर भी सियासत गर्म हो रही है. भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर हमलावर है.
दिल्ली में हुई कांग्रेस की इस बैठक की बात करें तो ,रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक में केसी वेणुगोपाल ने झारखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ आने वाले झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर चुनावी रणनीति पर विचार विमर्श किया. बैठक में प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने राज्य के वर्तमान राजनीतिक स्थिति और संगठन द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम की जानकारी केसी वेणुगोपाल को दी.
बैठक में झारखंड कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर महतो, बंधु तिर्की, शहजादा अनवर, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, सांसद सुखदेव भगत, कालीचरण मुंडा, विधायक प्रदीप यादव, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार, डॉ प्रदीप कुमार बलमुचू, केशव महतो कमलेश, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, प्रणव झा, रमा खलखो, भीम कुमार, संजय लाल पासवान, पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव, के एन त्रिपाठी, विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी इस बैठक में शामिल हुए .
कांग्रेस की बैठक पर तंज कसते हुए झारखंड भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि कांग्रेस चाहे लाख कोशिशें और बैठकें कर लें, लेकिन 2024 के विधानसभा चुनाव में उसका झारखंड से सफाया होना तय है. बैठक करने से भी अब कांग्रेस को क्या फलाफल मिलने वाला है. इस चुनाव के बाद राज्य की राजनीति से कांग्रेस समाप्त हो जाएगी, क्योंकि ठगबंधन सरकार के पांच वर्षों में जनता ने जो-जो झेला है उसके लिए कांग्रेस भी जिम्मेवार हैं.उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता ने भाजपा और एनडीए को 52 सीटों पर बढ़त दी है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि विधानसभा चुनाव में भी कमोबेश यही स्थिति रहेगी.
भाजपा के इस बयान के बाद झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि हम विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगे हैं. अपनी योजनाएं बना रहे हैं तो भाजपा को अच्छा नहीं लग रहा है. दरअसल, महागठबंधन की सरकार में जनकल्याण के लिए इतने सारे काम हुए हैं कि भाजपा को अब मुद्दा नहीं सूझ रहा है. सोनाल शांति ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सभी आदिवासी रिजर्व सीट हारने वाली भाजपा को अब हमारी बैठकों से भी डर लगने लगा है.