TFP/DESK : 6 अगस्त को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री और आवामी लीग की मुखिया शेख हसीना आरक्षण विरोधी आंदोलन के दौरान पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर भाग गईं. उन्होंने भारत में अस्थायी शरण ली है. इस बीच बांग्लादेश के आर्मी चीफ वकार उज जमान ने देश में जल्द अंतरिम सरकार के गठन की बात की. कहा जा रहा है कि नई अंतरिम सरकार के मुखिया बांग्लादेश में गरीबी हटाओ आंदोलन के प्रणेता और नोबेल पीस प्राइज विजेता मोहम्मद युनूस होंगे.
सेना का दावा है कि देश में शांति कायम करने के प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन तस्वीरें दावों की पुष्टि नहीं करती. बांग्लादेश में हिंसा औऱ खून खराबा बदस्तूर जारी है. प्रदर्शनकारियों औऱ कट्टरपंथियों द्वारा आवामी लीग के नेता, कार्यकर्ता, समर्थक निशाना बनाये जा रहे हैं.
हिंदू अल्पसंख्यकों पर भी हमला हो रहा है. ढाका में इस्कॉन मंदिर को जला दिया गया. एक शहर में आवामी लीग के नेता का होटल जला दिया गया जिसमें 1 नाईजीरियाई नागरिक सहित 24 लोग मारे गये.
इस बीच खबरें हैं कि बांग्लादेश में आवामी लीग के नेता, सांसद, पार्षद, कार्यकर्ता और समर्थकों को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. यही वजह है कि आवामी लीग से जुड़े लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं. इनमें हसीना सरकार में मंत्री रहे लोग भी शामिल हैं.
ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक बांग्लादेश के पूर्व विदेश मंत्री और आवामी लीग के नेता हसन महमूद बांग्लादेश से भागने की कोशिश में पकड़े गये हैं. उनको ढाका एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले शिक्षा मंत्री मोहिबुल हसन चौधरी और ग्रामीण विकास मंत्री मोहम्मद ताजुल भी देश छोड़कर भागने में सफल रहे.
पूर्व वित्तमंत्री अब्दुल हसन मोहम्मद अली भी भाग चुके हैं. खेल मंत्री नजमुल हसन पापोन और ढाका साउथ सिटी कॉर्पोरेशन के मेयर शेख फहले भी पहले भाग चुके हैं. शेख हसीना के देश छोड़कर भागने के बाद से अब तक यानी पिछले 2 दिनों में अलग-अलग घटनाओं में 100 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इससे पहले आरक्षण विरोधी आंदोलन के दरम्यान 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है. ढाका में बंगबंधु म्यूजियम को जला दिया गया. शेख हसीना के आवास को 6 अगस्त को ही निशाना बनाया गया. लोग बंगले से कपड़े, फर्नीचर, टीवी सेट, ईनर वीयर, मुर्गियां, बत्तख, मछली और बकरियां लूट ले गये.
संसद भवन पर भी कब्जा किया. बंगबंधु, शेख मुजीबुर्रहमान की प्रतिमा तोड़ दी गई. कथित तौर पर वहां हिंदू अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाया गया है. उनपर जानलेवा हमले हुए हैं. उनकी संपत्तियां मसलन मकान और प्रतिष्ठान तोड़कर जला दिया गया है. संसद में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए कहा था कि हम हालात पर निगाह रख रहे हैं.
एस जयशंकर ने ये भी बताया कि बांग्लादेश में 19 हजार भारतीय फंसे हैं जिनमें 9 हजार छात्र हैं. उन्हें लोकल ट्रेवलिंग से बचने की सलाह दी गई है. जहां है वहीं रहने की सलाह दी गई है. किसी भी आपात स्थिति में उनसे दूतावास से संपर्क करने को कहा गया है.
गौरतलब है कि बांग्लादेश से शेख हसीना तो निकल भागीं लेकिन उनकी पार्टी पर कहर टूट रहा है. नेता, सांसद, कार्यकर्ता और समर्थक सबलोग निशाने पर हैं. उनको चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है. जिनके पास क्षमता है भाग रहे हैं. जो बच गये बख्श देने की गुहार लगा रहे हैं. सड़क पर अराजकता है. पता नहीं शांति कब आयेगी. इधर बॉर्डर पर हाईअलर्ट है. कब क्या हो कौन जाने.