बिहार की राजनीति दिन-प्रतिदिन नई मोड़ ले रही है. कभी लालू यादव मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात करते हैं तो कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद राबड़ी आवास जाकर तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी में मुलाकात करते हैं. इसी बीच आज यानी 5 अक्टूबर को नीतीश कुमार एकबार फिर राबड़ी आवास पहुंचे. लेकिन सबसे चर्चा का विषय यह रहा कि नीतीश कुमार के बाद पूर्व सांसद आनंद मोहन भी राबड़ी आवास पहुंचे. जहां सभी नेताओं की मुलाकात हुई.
तीनों नेताओं की मुलाकात से सियासी चर्चा तेज
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बाद पूर्व सांसद आनंद मोहन भी राबड़ी आवास पहुंचे. जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुलाकात आनंद मोहन से हुई. बता दें कि लालू यादव फिलहाल दिल्ली में हैं, ऐसे में आनंद मोहन की मुलाकात उनसे नहीं हो पाई है. तीनों नेताओं के मुलाकात के बाद अब बिहार की राजनीति पूरी तरह से गरमाई हुई है.
लालू यादव से नहीं हुई मुलाकात
आज जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व सांसद आनंद मोहन राबड़ी आवास पहुंचे. तब दोनों नेताओं की मुलाकात लालू यादव से नहीं हो सकी. दरअसल, लालू यादव फिलहाल दिल्ली में हैं. लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव बीते बुधवार को जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में दिल्ली की अदालत में सुनवाई के लिए दिल्ली में थे. हालांकि, सुनवाई के बाद बुधवार शाम ही तेजस्वी यादव वापस पटना लौट गए थे. जबकि लालू यादव दिल्ली में ही रह गए.
राजद सांसद मनोज झा मामले पर हुई बात
बता दें कि राबड़ी आवास में तीनों नेताओं की मुलाकात का मुख्य कारण संसद में राजद सांसद मनोज झा के द्वारा दिए गए बयान को बताया जा रहा है. संसद में मनोज झा ने ‘ठाकुर का कुआं’ कविता पाठ पर बयान दिया था. जिसके बाद मनोज झा पर पूर्व सांसद आनंद मोहन ने उनके खिलाफ बयान दिया था. जिसके बाद से ही आनंद मोहन और राजद पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था. आनंद मोहन के बयान पर राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कड़ा नाजारगी जताई थी और उनके पुत्र आरजेडी विधायक चेतन आनंद पर सख्त टिप्पणी की थी. ऐसे में इस समय तीनों नेताओं की मुलाकात का मुख्य कारण आपसी विवाद को खत्म करना है.