चंपाई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. चंपाई सोरेन ने साथ ही मंत्रिपद भी छोड़ दिया. चंपाई सोरेन अब तक हेमंत कैबिनेट में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा और जल संसाधन मंत्री थे.
पार्टी के अध्यक्ष शिबू सोरेन को संबोधित इस्तीफा पत्र में चंपाई सोरेन ने लिखा कि मैं झारखंड मुक्ति मोर्चा की मौजूदा कार्यशैली और नीतियों से क्षुब्ध होकर पार्टी छोड़ने को विवश हूं.
आज झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता एवं सभी पदों से त्याग-पत्र दिया।
झारखंड के आदिवासियों, मूलवासियों, दलितों, पिछड़ों एवं आम लोगों के मुद्दों को लेकर हमारा संघर्ष जारी रहेगा। pic.twitter.com/ZpAmm2dopr
— Champai Soren (@ChampaiSoren) August 28, 2024
चंपाई सोरेन ने क्या लिखा है!
चंपाई सोरेन ने लिखा कि अत्यंत ही दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आप के मार्गदर्शन में जिस पार्टी का सपना हम जैसे कार्यकर्ताओं ने देखा था. एवं जिस के लिए हम लोगों ने जंगलो, पहाडों एवं गांवों की खाक छानी थी, आज पार्टी अपनी उस दिशा से भटक चुकी है।
झामुमो मेरे लिए एक परिवार जैसा रहा एवं मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे इसे छोडना पड़ेगा। लेकिन पिछले कुछ दिनों के घटनाक्रम की वजह से, मुझे बहुत ही पीड़ा के साथ यह कठिन निर्णय लेना पड़ा रहा है।
आपके वर्तमान स्वास्थ्य की वजह से. आप सक्रिय राजनीति से दूर हैं. तथा आपके अलावा पार्टी में ऐसा कोई फोरम नहीं है. जहां हम अपनी मन की पीडा को बता सकें। इस वजह से, में झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्राथमिक सदस्यता एवं सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं।
आपके मार्गदर्शन में, झारखण्ड आंदोलन के दौरान तथा उसके बाद भी. मुझे जीवन में बहुत कुछ सीखने का अवसर प्राप्त हुआ है। आप सदैव मेरे मार्गदर्शक बने रहेंगे. अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरा इस्तीफा स्वीकार करने की कृपा करें। सधन्यवाद!
चंपाई सोरेन 30 अगस्त को बीजेपी में शामिल होंगे
गौरतलब है कि 16-17 अगस्त के दरम्यान ही सबसे पहले चंपाई सोरेन के भारतीय जनता पार्टी छोड़ने की खबरें सामने आई थीं.
चंपाई सोरेन वाया कोलकाता दिल्ली चले गये थे. दिल्ली में उन्होंने पहले तो बीजेपी ज्वॉइन करने और झामुमो से नाराजगी की खबरों से साफ इनकार किया. कहा कि पोते का चश्मा बनवाने और बेटी से मुलाकात करने आये हैं, लेकिन उसी शाम ट्विटर पर भावुक पोस्ट लिखकर कहा कि मुख्यमंत्री पद से हटाकर पार्टी ने उनका अपमान किया.
बतौर सीएम उनके सरकारी कार्यक्रम उनकी जानकारी के बगैर रद्द किये गये. मीटिंग का एजेंडा बताये बिना मुख्यमंत्री आवास में विधायक दल की बैठक बुलाई गई और अचानक इस्तीफा मांग लिया गया.
चंपाई सोरेन दोबारा बीते रविवार को दिल्ली गये. सोमवार देर रात उनकी गृहमंत्री अमित शाह के साथ तस्वीर सामने आई.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने जानकारी दी कि 30 अगस्त को रांची में आयोजित एक कार्यक्रम में चंपाई सोरेन बीजेपी ज्वॉइन कर लेंगे.