पीएम मोदी के झारखंड दौरे पर झारखंड कांग्रेस ने लगाया आरोप, प्रदेश अध्यक्ष ने कह दी ये बड़ी बात

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बीते कल झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धरती आबा बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू पहुंचे और बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित की. हालांकि प्रधानमंत्री के झारखंड आगमन से राज्य का जनता में बेहद खुशी का माहौल था लेकिन अब प्रदेश कांग्रेस पीएम मोदी के झारखंड दौरे पर सवाल खड़े कर रही है. कांग्रेस का आरोप है कि नरेंद्र मोदी देश के पीएम के रुप मंम नहीं बल्कि भाजपा नेता के रुप में झारखंड आए थे और भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देने के बहाने उलिहातू में भगवाकरण किया गया है.
दरअसल 15 नवंबर को झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री सह विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर पीएम मोदी पर हमला बोला है. राजेश ठाकुर ने आरोप लगाया कि बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देने के बहाने खूंटी के उलिहातू में मंच का भगवाकरण किया गया. पीएम मोदी पांच राज्यों के चुनाव में आदिवासी वोट का ध्रुवीकरण के लिए खूंटी आये थे.
उन्होंने सीएम सोरेन के ईडी समन पर भी बात की और कहा कि पीएम मोदी एक तरफ बिरसा मुंडा जिस जेल में थे, वहां जाकर उनको श्रद्धांजलि देते हैं. वहीं दूसरी तरफ बिरसा मुंडा को चाहने वाले, उनकी राह पर चलने वाले और जल जंगल जमीन की रक्षा करने वाले राज्य के मुख्यमंत्री को जेल के सलाखों के पीछे भेजने का षड्यंत्र रचते हैं.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने बाबूलाल मरांडी को मंच में जगह देने पर भी तंज कसा है . प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बाबूलाल मरांडी अभी भी विधानसभा में भाजपा के सदस्य नहीं है. लेकिन उन्हें भाजपा अध्यक्ष के तौर पर जगह दी जाती है. इससे यह स्पष्ट होता है कि नरेंद्र मोदी झारखंड में बतौर पीएम नहीं, भारतीय जनता पार्टी के नेता के रूप में आये. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड की जनता पूछ रही है कि आप किस हैसियत से बाबूलाल को मंच पर बैठाये. बाबूलाल की तरह झारखंड में 81 विधायक है, उन्हें मंच पर क्यों नहीं जगह दी गयी. कहा कि अगर बाबूलाल को मंच पर जगह देनी थी तो जनजातीय आयोग में सदस्य बनाकर देते. तब हमें आपत्ति नहीं होती.
वहीं विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने आलमगीर आलम ने कहा कि पीएम मोदी जब भी आते हैं, तब नयी घोषणा करके चले जाते हैं
सरना धर्म कोड की मांग को लेकर कहा कि पीएम मोदी से आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड लागू करने की मांग की. कहा कि झारखंड सरकार ने विधानसभा से सरना कोड पारित करके राज्यपाल को भेजा है. अगर आप झारखंड की जनता की भलाई चाहते हैं तो सरना कोड लागू करे. पीएम ने वादा किया था कि 2022 तक एक भी कच्चे मकान नहीं रहेंगे. प्रधानमंत्री आवास बनने के बावजूद भी गरीबों को आवास नहीं मिला. यह सरकार सिर्फ घोषणा करती है.
वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी कल मोरहाबादी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में केंद्र सरकार से नाराजगी जाहिर की है. सीएम ने कहा कि जिस राज्य में डबल इंजन की सरकार नहीं है उन राज्यों में केंद्र सौतेला व्यवहार करती है.

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