झारखंड में आतंक का पर्याय बन चुका गैं”गस्टर अमन साहू का दहशत अब रांची के कारोबारियों में भी फैला, जानें आखिर ऐसा क्या हुआ

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झारखंड में गैंगस्टरों का आतंक दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है. राज्य में अब गैंगस्टरों का दायरा बढ़ रहा है पहले गैंगस्टर मुख्यत धनबाद के कारोबारियों को ही अपना निशाना बनाते थे लेकिन अब इनका खौफ राजधानी तक में पहुंच चुका है. राजधानी रांची के पशु कारोबारी से कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह के गिरोह ने रंगदारी की मांग की है. और धमकी भी दी है रंगदारी नहीं मिलने पर उन्हें अपने जान से हाथ भी धोना पड़ सकता है.

गैंगस्टर अमन साहू लंबे समय से जेल में बंद है लेकिन वह जेल के अंदर से ही लोगों में खौफ बनाने का काम कर रहा है. अमन के इशारे पर उसके गुर्गे कारोबारियों को अपना टार्गेट बनाते हैं और उनसे रंगदारी वसूलते हैं और रंगदारी नहीं मिलने पर उनकी हत्या भी कर देते हैं इससे राज्य भर के व्यापारी वर्ग में गैंगस्टर अमन साहू को लेकर दहशत का माहौल है.
रांची के नगड़ाटोली के रहने वाले कारोबारी राणा राहुल कुमार सिंह ने लालपुर थाने में अमन साहू गैंग के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराकर पुलिस से सुरक्षा की मांग की है.

राहुल ने दर्ज प्राथमिकी में बताया है कि उन्हें पहली बार धमकी वाला फोन 12 अक्टूबर को आया.उनके मोबाइल पर फोन नंबर शाम के 4 बजकर 22 मिनट में कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को मयंक सिंह बताया. उसने कहा कि वह अमन साहू गिरोह से बोल रहा है. मयंक सिंह ने राणा राहुल सिंह को धमकी देते हुए कहा कि वे जो कह रहे है उसे पूरा करे, नहीं तो उनको व परिवार के सदस्यों को मार दिया जाएगा.मयंक सिंह ने उसी नंबर से दूसरी बार कारोबारी राहुल को 14 अक्टूबर की शाम 3बजकर 53 मिनट पर कॉल कर धमकी दी. इस बार उसने राहुल को कहा कि वह उसकी बातों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. इसका अंजाम उन्हें भुगतना होगा. राणा राहुल सिंह ने उसे कहा कि वह एक साधारण आदमी है. जो वह समझ रहा है कि वे बहुत बड़े कारोबारी है, ऐसा नहीं है. इस धमकी के बाद राणा राहुल सिंह ने 15 अक्टूबर को झारखंड पुलिस की वेबसाइट पर ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज करायी. इसके बाद 26 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 35 में फिर से कॉल आया. इस बार उनको दूसरे नंबर से कॉल आया. कॉल करने वाले ने इस बार राहुल सिंह को कहा कि लगता है तुमको उपहार देना ही होगा. इसके बाद वे काफी डर गये. इसके बाद उन्होंने लालपुर थाना में जाकर प्राथमिकी दर्ज करायी.

दर्ज प्राथमिकी में उन्होंने कहा है कि अपने कारोबार को लेकर वे अक्सर बाहर रहते है। जब पहली बार उन्हें धमकी मिली थी उस दौरान भी वे कूच विहार पश्चिम बंगाल में थे। इस वजह से वे तुरंत इस मामले में पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज नहीं करा पाए थे। जब लगातार उन्हें धमकी भरा कॉल आने लगा तब वे परेशान हो गए और उन्हें अपने परिवार की चिंता होने लगी.
पुलिस ने इस मामले पर अपनी छानबीन शुरू कर दी है. पुलिस के मुताहबिक कारोबारियों को जिस नंबर से धमकी दी जाती है वह वर्चुअल नंबर रहता है यानी वह नंबर गैंग द्वारा सिर्फ कॉल करने के लिए एक्टिव किया जाता है. इसके बाद नंबर ऑफ कर दिया जाता है.
पुलिस को जांच में जानकारी मिली कि रांची चुटिया इलाके के दो अपराधी इस मामले में सक्रिय है. पुलिस को दोनों का मोबाइल नम्बर मिला है।उसके बाद पुलिस ने लोकेशन के आधार पर नामकुम इलाके में एक ढाबे से मंगलवार की रात दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अपराधी का नाम आकाश सिंह और खली सिंह है. इस मामले में पुलिस की जांच पड़ताल जारी है, पुलिस दोनों अपराधियों से पूछताछ कर रही है.

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