जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में कथित धांधली को लेकर सोमवार को आयोग के दफ्तर का घेराव करने पहुंचे अभ्यर्थियों के खिलाफ नामकुम थाने में केस दर्ज कराया गया है.
16 नामजद और 1000 अभ्यर्थियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
अभ्यर्थियों पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस पर पत्थरबाजी की.
गौरतलब है कि 21 और 22 सितंबर को आयोजित जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में धांधली का आरोप लगाकर अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.
अभ्यर्थियों की मांग है कि हालिया संपन्न परीक्षा को रद्द किया जाये. साथ ही अभ्यर्थी पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. वहीं आयोग का कहना है कि अभ्यर्थियों के आरोपों की जांच के लिए टीम का गठन किया गया है. जांच जारी है.
तब तक अभ्यर्थियों को इंतजार करना चाहिए.
अभ्यर्थियों पर लगा पत्थरबाजी का आरोप
नामकुम थाने में दर्ज एफआईआर में अभ्यर्थियों पर आरोप लगाया गया है कि सोमवार को आयोग दफ्तर के बाहर लड़कों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की.
पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मियों को चोट लगी.
आरोप है कि अभ्यर्थियों ने पुलिस के जवानों पर पानी की बोतलें फेंकी.
अभ्यर्थियों ने परीक्षा रद्द करने की मांग की
गौरतलब है कि 21 और 22 सितंबर को आयोजित जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में धांधली के आरोप लगे हैं.
अभ्यर्थियों का आरोप है कि हजारीबाग सहित कुछ अन्य जिलों में बनाये गये परीक्षा केंद्रों में प्रश्न पत्र का सील टूटा हुआ था.
रद्द हो चुकी परीक्षाओं का प्रश्न पत्र ही रिपीट किया गया था. यह भी दावा है कि 2019 और 2021 में आयोजित सेंट्रल एसएससी की परीक्षा के प्रश्न पत्र भी कॉपी पेस्ट किए गये थे.
अभ्यर्थी मामले की सीबीआई जांच और परीक्षा रद्द करने की मांग लेकर सोमवार को सुबह से ही आयोग दफ्तर के बाहर जमा होने लगे थे.
हजारीबाग से तो अभ्यर्थियों ने रांची तक पैदल मार्च भी किया था.
छात्रों के आंदोलन को देखते हुए जिला प्रशासन ने आयोग दफ्तर के पास बैरिकेडिंग की थी. नामकुम थाना प्रभारी सहित अन्य पदाधिकारियों को पुलिस बल के साथ तैनात किया गया था.
अभ्यर्थियों के आऱोपों पर क्या बोला आय़ोग
कहा जा रहा है कि दोपहर 2 बजे से ही अभ्यर्थियों की भारी भीड़ आयोग दफ्तर के बाहर जमा होने लगी थी.
शाम 7 बजे तकरीबन 25,000 अभ्यर्थी जमा हो गये थे.
आरोप है कि अभ्यर्थी शाम तो उग्र हो गये. पुलिस के जवानों पर पत्थरबाजी की.