लोकसभा चुनाव के बाद चुनाव सर्वेक्षण एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी कर दिया है. एग्जिट पोल के अनुसार, भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए को देशभर में 300 से अधिक सीटें मिलने अनुमान लगाया गया है. वहीं झारखंड में भी भाजपा की लहर देखी जा रही है.
झारखंड की बात करें तो राज्य में महागठबंधन सत्ता में होने के बावजूद बिल्कुल लाचार दिखाई पड़ रहा है. एग्जिट पोल के मुताबिक, झारखंड में भाजपा को 10-13 सीटें आ सकती है. वहीं, इंडी गठबंधन को महज 4-1 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है.
एग्जिट पोल के आंकड़े इस बात की सीधी बयां कर रही हैं कि जनता ने इंडी गठबंधन को एक तरीके से नकार दिया है. हेमंत सरकार पर लंबे समय से भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं.
मंत्री से लेकर आईएएस और खुद तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल जा चुके हैं.
भ्रष्टाचार के आरोपों ने राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन को धक्का पहुंचाया है. भ्रष्टाचार के एक के बाद एक लगते आरोपों ने भाजपा को झामुमो सरकार पर बार-बार हमला करने का मौका दिया.
बहरहाल चंपई और कल्पना सोरेन ने रैलियों में मोदी सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और झारखंड के साथ भेदभाव और आदिवासियों का अपमान करने का आरोप लगाया, लेकिन चुनाव नतीजों पर इसका कोई भी असर दिखाई नहीं दे रहा है.
इसके अलावा, हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी ने भी इंडी गठबंधन के चुनाव-प्रचार को प्रभावित किया. हालांकि कल्पना सोरेन और मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपनी पूरी ताकत लगा दी, लेकिन शायद जनता तक अपनी बात पहुंचाने में नाकामयाब साबित हुए हैं.