छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 2 महिला नक्सली सहित कुल 9 माओवादियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया.
नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ सरकार की नियाद नेल्लनार योजना के तहत आत्मसमर्पण किया है. इन नक्सलियों ने एसपी किरण चव्हाण के सामने हथियार डाले. 2 नक्सलियों पर 8 लाख रुपये का इनाम था. वहीं 4 अन्य नक्सलियों पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर 43 लाक रुपये का इनाम घोषित किया गया था. पुलिस ने बताया कि अतीत में कई नक्सल वारदातों में इनकी संलिप्तता थी.
#WATCH | Sukma, Chhattisgarh | 9 Naxalites including 2 women surrendered before SP Kiran Chavan. 2 Naxalites have a Rs 8 lakh reward each and 4 Naxalites have a Rs 5 lakh reward each on them. The total reward on all the Naxalites who have surrendered is Rs 43 lakh.
Source: Sukma… pic.twitter.com/1l8tND8VJn
— ANI (@ANI) January 11, 2025
छत्तीसगढ़ में जारी है नक्सलरोधी अभियान
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में लगातार नक्सलरोधी अभियान जारी है. अभी 7 जनवरी को ही बीजापुर जिले के अंबोली गांव के पास सर्चिंग के बाद कैंप में वापस लौट रहे डीआरजी के वाहन को नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया था.
हमले में 8 जवान शहीद हो गये थे. वाहन चालक भी हमले में मारा गया.
छत्तीसगढ़ पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम मामले की जांच कर रही है. इससे पहले 4 और 5 जनवरी को दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बीजापुर जिले के सीमावर्ती इलाके में अबूझमाड़ के जंगलों में मुठभेड़ में सुरक्षाबल के जवानों ने 2 महिला नक्सली सहित कुल 5 माओवादियों को मार गिराया था.
इसी मुठभेड़ के बाद वापस लौटते समय हमला हुआ था.
झारखंड के भी कई जिले नक्सल प्रभावित हैं
गृहमंत्री अमित शाह का कहना है कि छत्तीसगढ़ सहित उसके पड़ोसी राज्यों मसलन, तेलांगना, आंध्र प्रदेश, बंगाल और झारखंड में नक्सलवाद अंतिम सांसें गिन रहा है.
झारखंड में भी ऑपरेशन ऑक्टोपस और ऑपरेशन बुल चलाया गया.
झारखंड में भी गढ़वा जिला में मौजूद बूढ़ा पहाड़ से भी नक्सलियों का सफाया किया गया. झारखंड में सारंडा के जंगलों को नक्सलियों का सबसे बड़ा ठिकाना माना जाता है. झारखंड में लातेहार, लोहरदगा. चतरा, गढ़वा, गुमला और पलामू जिले अति नक्सल प्रभावित माने जाते हैं.