देश भर में लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं और इसमें अब ज्यादा समय नहीं बचा है. ऐसे में सभी पार्टियों के भीतर चुनावों को लेकर गतिविधियां तेज हो गई हैं. खासकर झारखंड में पार्टियां चुनाव को लेकर ज्यादा सक्रिय है क्योंकि जैसे ही लोकसभा चुनाव खत्म होंगे वैसे ही विधानसभा के चुनाव शुरु हो जाएंगे. ऐसे में पहले ही अच्छी टीम का निर्माण करना पार्टी का प्रमुख दायित्व बनता है ताकि दोनों चुनाव में पार्टियां अपना पूरा दम दिखा सकें.
इसी विचार के साथ अब झारखंड भाजपा जल्द ही प्रदेश की टीम की घोषणा करने वाली है. इसके लिए पार्टी अब प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी की संकल्प यात्रा के समापन का इंतजार कर रही है. बता दें संकल्प यात्रा का समापन दुर्गापूजा के तत्काल बाद किया जाएगा. 26 अक्टूबर को धनबाद के बाघमारा में और 27 अक्टूबर को सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ में जनसभा होगी और 28 अक्टूबर को रांची में संकल्प यात्रा का भव्य समापन होगा, जहां रांची की 6 विधानसभा क्षेत्रों की संयुक्त जनसभा कर भाजपा दमखम दिखाएगी.
रिपोर्ट्स की मानें तो भाजपा की नई टीम में ज्यादा फेरबदल नहीं होगा. इसमें उन लोगों को जगह मिलेगी, जो पार्टी में सक्रियता बनाए हुए हैं. निष्क्रिय लोगों की जगह ऐसे लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनकी रूचि सांगठनिक गतिविधियों में है. वरीय नेताओं के साथ इसे लेकर बैठकों का दौर चल रहा है.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को ओडिशा का राज्यपाल बनाए जाने के बाद भाजपा की अंदरूनी राजनीति में बड़े बदलाव की संभावना है. राजनीतिक गलियारों में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि अब पार्टी वैसे नेताओं को भी अपने साथ जोड़ने की कोशिश करेगी जो पहले पार्टी छोड़ चुके हैं. लेकिन जो अभी भी भाजपा की विचारधारा से बंधे हैं.
भाजपा में घर वापसी की बात जब भी होती है उसमें सरयू राय का नाम सबसे पहले आता है. सरयू राय लगातार ये बातें कहते हैं कि पार्टी के बुलाने पर फिर से जुड़ सकते हैं. अब जब झारखंड की राजनीति से रघुवर दास की दूरी बनेगी तो माना जा रहा है कि सरयू राय भाजपा का दैमन थामेंगे.
सरयू राय के अलावा भी पार्टी कई नेताओं की घर वापसी पर विचार कर रही है. रिपोर्ट्स बताते हैं कि जमशेदपुर में साल 2019 के बाद पार्टी से निलंबित किए गए पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले की वापसी हो सकती है. पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह की भी भाजपा में वापसी भी लगभग तय मानी जा रही है.
हालांकि अभी कुछ फाइनल नहीं कहा जा सकता है. अब संकल्प यात्रा के समापन के बाद ही प्रदेश अध्यक्ष और प्रार्टी के सदस्यों द्वारा लिया निर्णय ही तय करेगा कि झारखंड में भाजपा प्रदेश की टीम में किसे किसे जगह दी जाएगी.