लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र राज्य के मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन ने भाजपा पर निशाना साधा हैं. उन्होंने सोशल मीडिया x पर लिखा हैं कि, साल 2019 के विधानसभा चुनावों में, जिस प्रकार हमने कोल्हान में भाजपा को 14-0 से पराजित किया था, ठीक उसी प्रकार, इस बार भी उनका खाता नहीं खुल पायेगा.
झूठे वादों एवं जुमलों को सुन-सुन कर थक चुकी जमशेदपुर की जनता “परिवर्तन” की तैयारी में है, और इस बार एक गरीब किसान का बेटा, समीर कुमार मोहंती, सांसद के तौर पर यहां रहने वाले 23 लाख लोगों का प्रतिनिधि बनेगा, तथा उनके हर सुख-दुख का भागीदार बनेगा.
साल 2004 का लोकसभा चुनाव याद है आपको? उस समय के माहौल को याद कीजिए और 4 जून को आने वाले “चौंकाने वाले परिणामों” का इंतजार कीजिये.
झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने 2004 लोकसभा चुनाव की याद दिलायी है. उन्होंने कहा है कि क्या आपको साल 2004 का लोकसभा चुनाव याद है. उस समय के माहौल को याद कीजिए और 4 जून को “चौंकाने वाले परिणामों” का इंतजार कीजिये. दरअसल साल 1999 से 2004 तक केंद्र में एनडीए की सरकार थी. सफलता पूर्वक सरकार चलाने के बाद भाजपा ने शाइनिंग इंडिया और फील गुड का नारा दिया. लेकिन 2004 के चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. उन्हें 145 सीटें मिली थी. वहीं, अगर हम झारखंड की बात करें तो कांग्रेस को 14 में से 6 सीटें, झामुमो को 4, राजद को दो जबकि भाजपा और लेफ्ट को एक-एक सीट से संतोष करना पड़ा था.