सातवें और अंतिम चरण के मतदान में झारखंड के तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव एक जून को होगा। इन तीन सीटों में से गोड्डा सबसे बड़ी और दुमका सबसे छोटी लोकसभा सीट है। इस चरण में कुल 53,23,886 मतदाता शामिल होंगे और 6258 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 489 शहरी क्षेत्रों में और 5769 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं।
गोड्डा लोकसभा सीट
गोड्डा लोकसभा क्षेत्र राजनीतिक दृष्टि से अहम है, क्योंकि यहां निशिकांत दुबे की प्रतिष्ठा दांव पर है। बीजेपी ने इस सीट पर कमल खिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। 2019 के लोकसभा चुनाव में यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी। इस बार बीजेपी प्रत्याशी निशिकांत दुबे को चौथी बार सदन में जाने से रोकने के लिए इंडिया गठबंधन ने प्रदीप यादव को चुनाव मैदान में उतारा है। मैथिल ब्राह्मण बहुल इस इलाके में कांटे की टक्कर होने के आसार हैं।
दुमका लोकसभा सीट
दुमका सीट पर सीता सोरेन ताल ठोक रही हैं। बीजेपी ने इस सीट पर भी कमल खिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। 2019 के लोकसभा चुनाव में यह सीट भी बीजेपी के खाते में गई थी। कमल का दामन थामने के बाद चुनाव मैदान में उतरी सोरेन परिवार की बड़ी बहू सीता सोरेन की राह आसान नहीं दिख रही है। इंडिया गठबंधन की ओर से जेएमएम ने नलिन सोरेन को चुनाव मैदान में उतारा है।
राजमहल लोकसभा सीट
राजमहल लोकसभा सीट पर जेएमएम के विजय हांसदा के सामने बीजेपी प्रत्याशी ताला मरांडी हैं। यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित है।
कुल मिलाकर तीनों सीटों पर 52 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनमें से राजमहल में 14 और दुमका में 19 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। गोड्डा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में कुल 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
मतदान की तैयारियां
मतदान के लिए चुनाव प्रचार समाप्त हो चुका है और प्रत्याशी घर-घर जाकर लोगों को कन्विंस कर सकते हैं। एक जून को होनेवाले मतदान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान हो सके, इसके लिए सीमावर्ती इलाकों के साथ-साथ दुर्गम इलाकों में भी सुरक्षा बलों की विशेष व्यवस्था की गयी है।