साहिबगंज जिले के तालझारी ब्लॉक के दूरदराज गांवों,दूधकोल और खैरासोल में जीविदा हासा’परियोजना के तहत जल संचयन की एक नई पहल की गई है,जो किसानों के लिए कृषि प्रक्रिया में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। इस परियोजना को नाबार्ड अंतर्गत एस पी डब्ल्यू डी यानी सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ़ वेस्टलैंड डेवलोपमेन्ट द्वारा शुरू किया गया है.
इस परियोजना का उद्देश्य जल संकट से निपटने और वर्षा के पानी को संचित कर खेती के लिए स्थायी जल स्रोत प्रदान करना है। परियोजना के तहत जल संचयन के दो तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है जिसमें संरचनाओं का निर्माण एस.इ.टी और एल.बी.एस प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है,जिनमें तालाब, ऊँचे स्थान, नदियों के किनारे वाटर हार्वेस्टिंग गड्ढे शामिल हैं। इस परियोजना में नवदृष्टि और आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया है, जिससे न केवल जल की बचत हो रही है, बल्कि किसानों को अपनी फसलों के लिए लगातार जल आपूर्ति सुनिश्चित हो रही है.
इस परियोजना के तहत बन रहे जल संचयन संरचनाओं से न केवल किसानों को फसल सिंचाई के लिए जल मिलेगा, बल्कि वर्षा के पानी का संचय कर विभिन्न जल स्रोतों का संरक्षण भी किया जा सकेगा। इससे पर्यावरण में सुधार के साथ-साथ किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार की उम्मीद है।