झारखंड के सिमडेगा जिले से ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जाकर आप भौचक्के रह जाएंगे. दरअसल, जिले के ठेठईटांगर गांव की बारह महिलाएं विधवा पेंशन की लालच में अपने पति को मरा हुआ बताकर. इस पेंशन योजना का लाभ ले रही थी. वहीं, अब इन महिलाओं की पहचान हो गई है. महिलाओं की पहचान ठेठईटांगर के कोरोमियां पंचायत में हुई है. महिलाओं की पहचान होने के बाद बीडीओ पंकज कुमार ने थाना में आवेदन दिया और इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. बता दें कि मामले का खुलासा 9 सितंबर को आयोजित जांच शिविर में हुआ.
इन-इन योजनाओं का ले रही थी लाभ
बीडीओ पंकज कुमार ने बताया कि सभी महिलाएं राज्य और केंद्र दोनों सरकार की ओर से मिल रही योजनाओं का लाभ ले रही थी. जिसमें
- सर्वजन पेंशन अंतर्गत मुख्यमंत्री राज्य महिला निराश्रित
- विधवा महिला सम्मान योजना
दोनों ही योजनाओं का लाभ ऐसे महिलाओं को दिया जाता है, जिसके पति जीवित नहीं हैं. लेकिन ये सभी महिलाएं गलत जानकारी देकर और पति के जीवित रहते इन योजनाओं का लाभ ले रही थी. वहीं, गलत जानकारी देकर सभी आरोपियों ने अभी तक फर्जी तरीके से 1,04000 रुपए की निकासी की है.
पिछले साल से ही ले रही हैं योजना का लाभ
मिली जानकारी के अनुसार सभी महिलाएं पिछले साल जून महीने से ही फर्जी तरीके से विधवा पेंशन का लाभ ले रही हैं.
इन महिलाओं ने निकाले कितने पैसे
- गुड़िया देवी 13000 हजार
- रीता देवी10000 हजार
- सावित्री देवी को 9000 हजार
- शानियारो देवी को 8000 हजार
- कष्टी देवी को 8000 हजार
- फूलवती देवी 8000 हजार
- गुड्डी देवी को 8000 हजार
- शहरी देवी को 8000 हजार
- मैनी देवी को 8000 हजार
- तारा देवी को 8000 हजार
- ललिता देवी को 8000 हजार
- पुनिया देवी को 8000 रुपए अबतक मिले हैं.