झारखंड में साइबर क्राइम दिन ब दिन लगातार बढ़ता ही जा रहा है. साइबर ठग अब हाइटेक आइडिया लगाकर लोगों को ठग रहे हैं. अब सरकार इन ठगों पर लगाम कसने की तैयारी में है. रिपोर्ट्स के अनुसार झारखंड में अब साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर बनाया जाएगा. इसके लिए सीआइडी डीजी अनुराग गुप्ता, सीआइडी आइजी असीम विक्रांत मिंज और सीआइडी के एसपी कार्तिक एस मिलकर प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं. अगर इस सेंटर के प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो यह सेंटर पूरे झारखंड में होने वाले साइबर अपराध का विश्लेषण करने के साथ-साथ जांच और अनुसंधान में सहयोग करने के साथ ही कार्रवाई में भी पुलिस को मदद करेगी.
साइबर ठगों पर लगाम लगाने के लिए भारत सरकार गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाली संस्था इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (आइफोरसी) की तर्ज पर अब राज्य में झारखंड साइबर को-ऑर्डिनेशन सेंटर बनेगा. ताकि झारखंड पुलिस राज्य में साइबर अपराध की रोकथाम और कार्रवाई के लिए आत्मनिर्भर होने के साथ ही सक्षम बन सके.
इस को-ऑर्डिनेशन सेंटर के प्रमुख आइजी रैंक के अन्य अधिकारी होंगे. इनके अधीन अन्य पुलिस अधिकारी होंगे.