Ranchi: झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन (JSSU) ने आज यानी 13 अप्रैल को प्रेस वार्ता किया. इस दौरान छात्र नेता देवेन्द्र नाथ महतो ने कहा कि 60-40 नियोजन नीति के खिलाफ और झारखंड में झारखंडियों की नौकरी की मांग को लेकर झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन (JSSU) पिछले चार महीनों से शीतकालीन सत्र और बजट सत्र के दौरान लगातार कई डिजिटल और फिजिकल आंदोलन को एतिहासिक सफल बनाया है, लेकिन वर्तमान झारखंड विरोधी सरकार के द्वारा हमारी मांगों पर अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है.
आकस्मिक मेडिकल सेवा को बंदी से मुक्त रखा जाएगा
झारखंडी छात्रों के अनुसार बाध्य होकर यह मजबूरन त्रिदिवसीय 72 घंटे का महाआंदोलन करने का ऐलान किया गया है. 17 अप्रैल 2023, सोमवार को सुबह 10 बजे संपूर्ण झारखंड के छात्र मोरहाबादी मैदान में एकत्रित होकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करके सोए हुए मुख्यमंत्री को जगाने का काम करेंगे और 18 अप्रैल 2023 दिन मंगलवार को शाम 5 बजे झारखंड के प्रखंड सह जिला मुख्यालय में मशाल जुलूस निकाला जाएगा और 19 अप्रैल 2023 दिन को पूरे झारखंड को बंद किया जाएगा.
वहीं, इस दौरान आकस्मिक मेडिकल सेवा को बंदी से मुक्त रखा जाएगा. छात्रों के द्वारा यह भी कहा गया कि आंदोलन को एतिहासिक सफल बनाने को लेकर आदिवासी छात्र संघ, आइसा छात्र संघ, आदिवासी सिंगल अभियान, आदिवासी जन परिषद, आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के अलावा अन्य संघठन ने समर्थन दिया है.
मौके पर ये रहे मौजूद
छात्र नेता देवेन्द्र नाथ महतो, मनोज यादव, अमनदीप मुंडा, मनोज उरांव, योगेश भारती, अशोक नायक, रवीन्द्र, सूरज मंडल के अलावा अन्य छात्र शामिल थे.