झारखंड में राजनीतिक पार्टियों के भीतर चल रही उथल पुथल से ऐसा लग रहा है कि राजनीतिक पार्टियों के रिश्तों में कड़वाहट आती जा रही है.पार्टी के नेता अपने पार्टी के ही लोगों से खुश नहीं हैं. जहां एक ओर झारखंड कांग्रेस संगठन में भी फूट के आसार बन रहे हैं तो अब भाजपा में भी नेता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से खासा खुश नहीं दिख रहे हैं. दरअसल भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद सूरज मंडल ने बाबूलाल पर निशाना साधा है. सूरज मंडल ने अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर प्रहार किया है. सूरज मंडल ने बाबूलाल मरांडी को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाने की भी बात कह दी है.
बीते कल यानी 7 अक्टूबर को सूरज मंडल बोकारो पहुंचे थे. इस दौरान सूरज मंडल ने मीडिया से बात करते हुए झारखंड में भाजपा के तरफ से जातीय जनगणना पर स्पष्ट बयान नहीं आने पर कहा कि हम लोगों की झारखंड में सबसे अधिक आबादी है, बावजूद हमारे समाज से ना एक सांसद राज्यसभा से हैं और ना एक सांसद लोकसभा में हैं. सूरज मंडल में इशारों से कहा कि झारखंड में जिसकी दो प्रतिशत आबादी है उस समाज से एक लोकसभा और एक राज्यसभा का सांसद बनाया गया है, जिसकी 4 प्रतिशत आबादी है उस समाज से भी एक एमपी बनाया गया है.
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सूरज मंडल ने बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर सवाल उठाया है. मंडल ने कहा कि भाजपा जिस प्रकार से पार्टी को झारखंड में चलाना चाहती है, वह चलने वाली नहीं हैं. लोकसभा चुनाव में तो किसी तरह चल जाएगा, लेकिन विधानसभा चुनाव बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में नहीं लड़ा जा सकता है.
सूरज मंडल ने कहा कि झारखंड अलग होने के बाद बाबूलाल मरांडी ने पिछड़ों का आरक्षण 27 प्रतिशत से घटाकर 14 प्रतिशत करने का काम किया था. उन्होंने कहा कि बैकवर्ड क्लास अगर मूर्ख होगा, तभी बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व को स्वीकार करेगा. विधानसभा चुनाव के पहलेही बाबूलाल को बदलना होगा. उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी वो बीजेपी के वरीय नेताओं को दे चुके हैं.
बता दें सूरज मंडल काफी लंबे समय से राजनीति में सक्रिय है.मंडल 1980 से 1991 तक बिहार विधानसभा में विधायक रह चुके हैं वहीं 1991 में सूरज मंडल ने झारखंड मुक्ति मोर्चा से गोड्डा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और भाजपा के जनार्दन यादव को हरा कर सांसद बने. मंडल झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के बेहद करीबी माने जाते थे, लेकिन 2018 में मंडल ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था.
सूरज मंडल ने यह कोई पहली बार विवादित बयान नहीं दिया है बल्कि मंडल अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं इससे पहले सूरज मंडल ने हेमंत सोरेन, शिबू सोरेन, लालू प्रसाद यादव पर भी विवादित टिप्पणी कर चुके हैं. अब देखना होगा कि सूरज मंडल के बाबूलाल मरांडी को लेकर दिए गए बयान का भाजपा क्या जवाब देती है.