बंगाल की खाड़ी से उठे रेमल चक्रवात (रेमल तूफान )के खतरे को देखते हुए, पुरी जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। इस चक्रवात से निपटने के लिए क्षतिपूर्ति और लोगों को अलर्ट करने के लिए, अपर समाहर्ता राज महेश्वरम को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। सभी एसडीओ और बीडीओ को अपने-अपने क्षेत्रों के लोगों को जागरूक करने के लिए सूचित किया गया है।
उपायुक्त हेमंत सती ने बताया कि विभाग इस रेमल चक्रवात से निपटने के लिए तैयार है। गंगा नदी में नौका चलाने वाले नाविकों को सतर्क किया जा रहा है। यदि कोई घटना घटित होती है, तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। जिलावासियों से अपील है कि इस चक्रवात को देखते हुए सुरक्षित रहें, क्योंकि इस बारिश में वज्रपात होने की भी सम्भावना रहती है। जान-माल की सुरक्षा प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है।
गंगा नदी में नौका परिचालन पर रोक
उपायुक्त के निर्देश पर, थाना प्रभारी गुलाम सरवर ने रविवार को राजमहल फेरी घाट के समीप नौका परिचालन क्षेत्र में मौजूद नाविकों से 26 और 27 मई को गंगा नदी में नौका परिचालन नहीं करने की अपील की है। रेमल चक्रवात के कारण गंगा की लहरों की गति तेज होने, तेज हवाओं और भारी बारिश के खतरे को देखते हुए, नाविकों को अपने-अपने नौकाओं को गंगा नदी में परिचालित नहीं करने की सलाह दी गई।
इसी क्रम में, वहां मौजूद यात्रियों को भी अपने घर वापस जाने की सलाह दी गई और कहा गया कि सोमवार को भी वे गंगा नदी में नौका से यात्रा करके अपनी और अपने परिवार की जान को खतरे में ना डालें।
गंगा स्नान करने वालों को हिदायत
रविवार और सोमवार को रेमल चक्रवात के खतरे को देखते हुए, उपायुक्त के निर्देश पर फेरी घाट से एलसीटी सेवा तक की सेवा बंद है। चोरी-छिपे गंगा नदी में यात्रियों को लेकर नौका चलाने वाले की सूचना मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, यात्रियों को हिदायत और सलाह देते हुए घर वापस भेजा गया। मौके पर पुअनि बिट्टू कुमार साहा और अन्य भी मौजूद थे।