झारखंड में राजद करेगी ‘पैर पूजाई’ कार्यक्रम ,राज्य की जनता के पूजेगी पैर !

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झारखंड में आगामी चुनावों के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी- अपनी तैयारियों में लग गई हैं. सभी राजनीतिक दल नए नए अंदाज में राज्य की जनता का दिल जीतने में जुट गए हैं. जहां एक ओर झामुमो आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार से लोगों के बीच अपनी पकड़ मजबूत कर रही है वही भाजपा संकल्प यात्रा और आदिवासी अधिकार यात्रा जैसी कार्यक्रमों से लोगों के बीच पहुंच रहे हैं. वहीं अब राष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी भी झारखंड की जनता के बीच पकड़ बनाने के लिए एक अनूठा कार्यक्रम कर रही है.

आरजेडी का जनता तक पहुंचने का यह तरीका बाकी राजनीतिक पार्टियों से बिल्कुल अलग होने है. आपने शादी-ब्याह ,त्योहारों के अवसर पर लोगों के पैर पूजने की विधि देखी ही होगी लेकिन अब झारखंड में चुनावी कार्यक्रम के दौरान भी लोगों के पैर पूजे जाएंगे. जी हां सही सुना आपने अब झारखंड में वोटों के लिए अब मतदाताओं के पैर भी पूजे जाएंगे.

रिपोर्ट्स के अनुसार आरजेडी झारखंड में पैर पूजाई कार्यक्रम कर रही है. इसके तहत आरजेडी नेताओं के द्वारा आम जनता की पैर पूजी जाएगी और उन्हें वस्त्र और मिठाईयां भी दी जाएंगी.

ईटीवी बिहार झारखंड को से बातचीत के दौरान झारखंड राष्ट्रीय जनता दल की प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव ने इस कार्यक्रम की जानकारी दी.अनिता यादव ने कहा कि हमारे सर्वोच्च नेता लालू प्रसाद यादव शुरू से ही वंचित, दलितों, पिछड़ों के कल्याण के लिए काम करते रहे हैं. अंतिम पायदान पर खड़े समाज के लोग ही लोकतंत्र की ताकत हैं. ऐसे में उनके पैर पूजकर सम्मान देकर हम लोकतंत्र को मजबूत कर रहे हैं.

बता दें कि राजद ने अपने पैर पूजाई कार्यक्रम की शुरुआत गढ़वा से कर दी है. और अब राजद का संथाल की जनता के पैर पूजने की तैयारी में है.अनिता यादव ने बताया कि राज्य के सभी 24 जिलों और 81 विधानसभा क्षेत्र में पैर पूजाई का कार्यक्रम चलेगा. उन्होंने कहा कि गढ़वा में भव्य आयोजन हुआ है, इसके बाद जल्द ही संथाल परगना में भी राजद द्वारा आम जनता का पैर पूजाई कार्यक्रम शुरू होगा.

अनिता यादव ने बताया कि किस तरह से इस कार्यक्रम में जनता के पैर पूजे जाएंगे. अनिता यादव ने कहा कि जिस जिले में पैर पूजाई का कार्यक्रम होगा वहां की जनता जनार्दन को लाउडस्पीकर के माध्यम से स्नेह निमंत्रण दिया जाता है. उसके बाद कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे हर व्यक्ति चाहे वह किसी समाज या धर्म से हो, सबको राजद के नेताओं के द्वारा पैर पूजाई की जाती है. इसके बाद उन्हें मिठाई और कपड़े भी दिए जाते हैं.

फिलहाल झारखंड में महागठबंधन की सरकार है जिसमें झामुमो कांग्रेस और राजद की हिस्सेदारी है. लेकिन राजद के सिर्फ एक विधायक को इसमें जगह मिल पाई है. राष्ट्रीय जनता दल बिहार में सबसे बड़ी पार्टी होने के साथ साथ सत्ता में भी है. लेकिन झारखंड में सत्ता में शामिल होकर भी वह महागठबंधन की सबसे छोटी पार्टी है.

हालांकि झारखंड स्थापना के बाद झारखंड में राजद का काफी अच्छा जनाधार था.साल 2000 में राजद से झारखंड राज्य के गठन के समय राजद के नौ विधायक हुआ करते थे। पलामू, चतरा व कोडरमा लोकसभा सीट पर भी राजद का ही दबदबा था। राज्य गठन के बाद पहली बार जब साल 2005 में विधानसभा का चुनाव हुआ तो राजद के सात विधायक चुनाव जीते थे.

अब राजद अपनी संगठन को मजबूत करने की पूरी तैयारी में है. रिपोर्ट्स की मानें तो 2024 के लोकसभा चुनाव में राजद झारखंड की 14 में से 4 सीटों पर अपनी दावेदारी पेश करना चाहती है. विधानसभा चुनाव में भी राजद अधिक से अधिक सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है.

हालांकि इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद ही सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला होगा. और आगामी चुनावों के नतीजों के बाद ही पता चल पाएगा कि झारखंड की जनता किस पार्टी के सेवाभाव से कितनी खुश हुई है.

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