आज से यानी 28 जुलाई से झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुरु हो गया है. सभा के शुरु होने से पहले ही झारखंड के बीजेपी विधायकों ने सदन के बाहर सरकार के खिलाफ धरना दिया. बीजेपी विधायक धरने में कुछ मांगों के साथ आए थे. बीते 26 जुलाई की रात को रांची में सीपीआईएम नेता सुभाष मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उसी मामले को लेकर भाजपा विधायक सदन के बाहर धरना और सीबीआई जांच की मांग करते नजर आएं. वहीं, झारखंड भाजपा विधायक दल के नेता प्रतिपक्ष के प्रबल दाबेदार जेपी पटेल ने हेमंत सरकार पर खूब निशाना साधा है. वहीं बड़कागांव विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद भी सदन के बाहर प्रदर्शन करती हुई दिखी. अंबा प्रसाद ने अडाणी वापस जाओ के नारे के साथ प्रदर्शन किया.
वहीं, सदन की कार्यवाही 11 बजे शुरु हुई. विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो की मौजूदगी में सदन की कार्यवाही शुरु हुई. आज सदन का पहला दिन था, आज विधानसभा में बीते सत्र से इस सत्र तक के दिवंगत नेताओँ, कलाकारों, आमजनों को श्रद्धांजलि दी गई. जिसमें विशेष रुप से झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को श्रद्धांजलि दी गई. सबसे पहले अध्यक्ष के द्वारा देश के सभी दिवंतत लोगों को श्रद्धांजलि दी गई जिसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, पौड़ेयाहाट विधायक प्रदीप यादव, भाजपा के सचेतक बिरंची नारायण द्वारा सभी दिवंगतों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. शोक सभा के बाद आज की सदन की कार्यवाही खत्म हुई. वहीं सदन अगले सोमवार यानी 31 जुलाई के 11 बजे तक स्थगित कर दी गई है. बता दें कि झारखंड विधान सभा का यह मानसून सत्र आगामी 4 अगस्त तक चलेगा. वहीं, पहले दिन की सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद बाबूलाल मरांडी ने मीडिया से बात की. इस दौरान भी वो राज्य सरकार के सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करते नजर आए.
सदन के इस सत्र से सभी को काफी उम्मीदें हैं. राज्यवासियों की सबसे अधिक आश 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति को लेकर है उम्मीद है कि इस सत्र में यह विधेयक पास हो जाएगा. वहीं बता दें कि इस सत्र में हेमंत सरकार मॉब लिचिंग बिल फिर से लेकर आएगी.
अब आने वाले सदन के कार्रवाही में देखना होगा कि पक्ष और विपक्ष किन मुद्दों में अपना बातें रखती हैं और राज्य के हित के लिए क्या फैसला लिया जाता है.