गिरिडीह-डुमरी के प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है. इसी क्रम में गिरिडीह जिले के डुमरी थाना क्षेत्र अंतर्गत नावाटांड के मजदूर की महाराष्ट्र के कोल्हापुर में इलाज के दौरान बुधवार को मौत हो गई.
बिल्डिंग कर रहा था काम उसी समय गिरा
मिली जानकारी के अनुसार डुमरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत नावाटांड निवासी मतीन अंसारी का 28 वर्षीय पुत्र अफरोज अंसारी कोल्हापुर में बिल्डिंग में काम कर रहा था. उसी दौरान मंगलवार शाम को वो तीन मंजिला बिल्डिंग से गिर गया, जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार की शाम इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
गांव में शोक की लहर
मौत की सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं गांव वाले भी शोक में हैं. मृतक अफरोज अंसारी कोल्हापुर में बिल्डिंग लाइन में मजदूर के रूप में कार्यरत था. मृतक अपने पीछे पत्नी अफसाना खातून, ढाई साल की मासूम बेटी अइजा प्रवीण को छोड़ गया. इसकी सूचना मिलते ही प्रवासी मजदूर के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकंदर अली घर पहुंचकर परिजनों का ढाढस बंधाया.
समाजसेवी ने सरकार से लगाई गुहार
वहीं इस घटना को लेकर सिकंदर अली संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है. रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गए प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है. हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके से प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश में मौत की खबरें आ रही है. अभी झारखंड के 6 मजदूर जो ओमान फंसे हैं और उनकी वापसी नहीं हो पाई है. ऐसे में सरकार को रोज़गार की ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए ताकि मजदूरों का पलायन रोका जा सके.