बिहार में हो रही जातिगत जनगणना पर पटना हाई कोर्ट ने बीते दिन तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी. जिसके बाद सरकार की ओर से सभी संबंधित अधिकारियों को आदेश दे दिए गए कि जातिगत जनगणना का काम फिलहाल रोक दिया जाए. लेकिन हाई कोर्ट के इस फैसले के बाद बिहार की राजनीति गर्म हो गई है.
लालू ने ट्वीट कर कहा- हर हाल में होगा जनगणना
बिहार पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने इस मामले पर ट्वीट किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा “ जातिगत जनगणना बहुसंख्यक जनता की मांग है और यह हो कर रहेगा. BJP बहुसंख्यक पिछड़ों की गणना से डरती क्यों है? जो जातीय गणना का विरोधी है वह समता, मानवता, समानता का विरोधी एवं ऊंच-नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक व आर्थिक भेदभाव का समर्थक है. देश की जनता जातिगत जनगणना पर BJP की कुटिल चाल और चालाकी को समझ चुकी है.” बता दें कि इससे पहले बिहार के उपमुख्यमंत्री और लालू प्रेसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने भी इस पर बयान दिया था.
जरूर होगा जातिगत जनगणना : तेजस्वी
बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना हाई कोर्ट के आदेश के इस मामले में बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि बिहार में जातिगत जनगणना होकर रहेगी. चाहे वो आज हो या कल लेकिन जनगणना होकर रहेगी. बता दें कि कोर्ट ने इस जनगणना पर 3 जुलाई तक के लिए रोक लगाई है.
केंद्र सरकार जातीय जनगणना के खिलाफ
बता दें कि बिहार की नीतीश कुमार की सरकार शुरू से ही जातिगत जनगणना के पक्ष में रही है. नीतीश कुमार की सरकार ने 18 फरवरी 2019 और फिर 27 फरवरी 2020 को जातीय जनगणना का प्रस्ताव बिहार विधानसभा और विधान परिषद में पास करा चुकी है. वहीं, इस जनगणना के खिलाफ में केंद्र सरकार हमेशा से रही है. केंद्र सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया गया था, जिसमें साफ कहा गया था कि जातिगत जनगणना नहीं कराई जाएगी. इसके पीछे केंद्र की ओर से तर्क दिया गया था कि ओबीसी जातियों की गिनती करना लंबा और बेहद कठिन काम है.