झारखंड सहित समूचे देश में 8 महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों के भीतर हलचल शुरु हो गई है. आगामी चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरु कर दी है. पार्टी विशेत तौर पर अपने संगठन को मजबूत करने के लिए आए दिन कोई ना कोई बड़े फैसले ले रही है. झारखंड में जहां भाजपा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में एक ओर संकल्प यात्रा की तैयारी में है तो वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा में लगभग दो सालों के लंबे इंतजार के बाद बीते कल यानी 6 अगस्त को केंद्रीय कार्य समिति गठित कर दी गई है. झामुमो के केंद्रीय कार्य समिति में पार्टी ने प्रमुख नेताओं को जगह दी है. और सभी खाली पड़े पदों पर भी चुनाव से पहले नियुक्तियां की गई है. यानि चुनाव से पहले झारखंड में भी सभी पार्टियों की हर संभव कोशिश है कि संगठन को चुनाव से पहले पूरी तरीके से दुरुस्त कर लिया जाए.
झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के हस्ताक्षर के बाद नेताओं को पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया गया. हालांकि पार्टी में कुछ ज्यादा फेरबदल नहीं हुआ है. पार्टी ने इस बार भी पुराने चेहरों को ही तरजीह दी है. यानि एक तरह से कहा जाए तो पार्टी में किसी भी नेताओं का ना हीं डिमोशन हुआ है और ना ही बहुत हद तक प्रोमोशन. ज्यादातर पदों पर नियुक्तियां यदावत ही रही है. जानकारी के मुताबिक झामुमो की नई केंद्रीय कार्य समिति में आठ उपाध्यक्ष, नौ महासचिव और सात सचिव समेत प्रवक्ताओं और कार्यकारिणी सदस्य सम्मिलत हैं.
झामुमो के नए केंद्रीय कार्य समिति की सूची में शामिल मंत्रियों नेताओं की बात करें तो झामुमो के केंद्रीय कार्य समिति के अध्यक्ष के पद पर झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन हैं और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कार्यकारी अध्यक्ष चुने गए हैं. यानि केंद्रीय कार्यसमिति के दो महत्वपूर्ण पद अध्यक्ष व कार्यकारी अध्यक्ष पद पर वहीं दो लोग हैं जो पहले भी इसी पद पर थे.
समिति के उपाध्यक्ष के पद पर 9 सदस्यों की नियुक्ति की गई है जिसमें नलिन सोरेन,महेशपुर विधायक स्टीफन मरांडी, परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन, शिबू सोरेन की पत्नी रूपी सोरेन, टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो, सविता महतो, गांडेय विधायक सरफराज अहमद और लातेहार बैद्यनाथ राम शामिल हैं.
अगर बात करें पार्टी के महासचिव की तो महासचिव के पद पर विनोद कुमार पांडेय को फिर से महासचिव का पद सौंपा गया है. विनोद कुमार पांडेय के साथ पार्टी के महासचिव के पद पर विजय सिंह, फागु बेसरा, पार्टी प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य , जामा विधायक सीता सोरेन, चाईबासा विधायक दीपक बिरूवा, गिरीडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, झारखंड सरकार में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, बिशुनपुर विधायक चमरा लिंडा और मंत्री चंपई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन शामिल हैं.
योगेंद्र प्रसाद , नंदकिशोर मेहता, अभिषेक प्रसाद पिंटू, संजीव बेदिया, झारखंड सरकार में महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा मंत्री जोबा मांझी, संतोष रजवार,पूर्वी सिंहभूम विधायक समीर मोहंती को पार्टी का सचिव बनाया गया है.
लंबे समय से झामुमो में कोषाध्यक्ष का पद खाली रहा है. इस बार पार्टी ने इस पद पर पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता महासचिव विनोद कुमार पांडेय को नियुक्त किया है.
पार्टी प्रवक्ता के रुप में डॉ. अशोक कुमार सिंह और मनोज कुमार पांडेय को जिम्मेदारियां सौंपी गई है. इसके साथ विनोद कुमार पांडेय और सुप्रियो भट्टाचार्य प्रवक्ता के पद पर बने रहेंगे.
पार्टी ने कार्यकारिणी सदस्यों में बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम को भी जगह दी है. लोबिन हेमब्रम के साथ कार्यकारिणी सदस्यें में राजमहल विधायक विजय हांसदा, राज्य सभा सांसद महुआ माजी, विधानसभा स्पीकर रवीन्द्रनाथ महतो, हेमलाल मुर्मू, मोहन कर्मकार, डॉ. कमल नयन सिंह. निरल पुरती, रामदास सोरेन, हिदायतुल्लाह खान, अमितेश सहाय, सरायकेला खरसावां दशरथ गगराई, दुमका विधायक बसंत सोरेन,राज्य सरकार में खेल मंत्री हफिजुल हसन, मद्य निषेध मंत्री बेबी देवी, सुमन महतो, निजामुद्दीन अंसारी, सुखराम उरांव, भूषण तिर्की, मंगल कालिंदी, जिग्गा सुसरण होरो, विकास सिंह मुंडा, संजीव सरदार, दिनेश विलियम मरांडी, राजू गिरी, गणेश चौधरी, मनोज यादव, अंजली सोरेन, परेश मरांडी, बिट्टू मुर्मू को भी शामिल किया गया है.
ऐसा माना जा रहा है कि आगामी 2024 के चुनाव को लेकर ही पार्टी ने केंद्रीय कार्य समिति का गठन किया है. इस समिति में शामिल होने के बाद सदस्यों की जिम्मेदारियां पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई हैं. सभी सदस्यों के कंधे पर पार्टी को आगे बढ़ाने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. अब देखना होगा कि चुनाव की तैयारियों में सभी सदस्य अपना कितना पसीना बहाते हैं और फिर से झारखंड में विजय पताका लहराने में कामयाब हो पाते हैं या नहीं.
इधर भाजपा ने भी हाल ही में अपने संगठन में बड़े बदलाव करते हुए प्रदेश अध्यक्ष के पद पर झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को बिठाया है. भाजपा भी चुनाव से पहले अपने संगठन में उपर से नीचे तक बदलाव कर संकेत दे रही है कि पार्टी इस बार किसी भी हाल में आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनाव में पूरा दाव आजमाएगी.
भाजपा के इतर राज्य की सबसे पुरानी पार्टी झामुमो ने भी अपने संगठन के महत्वपूर्ण पदों पर पार्टी के कई अहम चेहरों को जगह दी है. दोनों ही पार्टियों के संगठन में हुए बदलाव के बाद अब देखना ये है कि प्रदेश के इन दोनों प्रमुख दलों के अलावा कांग्रेस अपने संगठन में निवर्तमान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को भी तरजीह देगी या फिर किसी नए चेहरे की तलाश कर संगठन के दायरे को आक्रमक विस्तार दिया जाएगा.