Ranchi : झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए झारखंड लोकतांत्रिक पार्टी प्रत्याशी जयराम महतो ने नामांकन दाखिल कर दिया है. लेकिन क्या आप जानते है जयराम महतो कितने संपत्ति के मालिक है.
विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही सभी दलों के प्रत्याशी रण भूमि में उतर चुके हैं. बीते गुरूवार को कुल 333 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है. क्योंकि पहले फेज में 43 सीटों पर मतदान होना है.
बहरहाल, मुद्दे पर आते हैं. जेएलकेएम नेता जयराम महतो ने भी बीते कल डुमरी विधानसभा सीट से नॉमिनेशन फाइल किया है. साथ ही नामांकन के दौरान उन्होंने अपने हलफनामें में जानकारी के साथ अपनी संपत्ति का भी ब्योरा दिया है.
जयराम महतो द्वारा चुनाव आयोग को दिए गए ब्योरा में बताया है कि उसके पास नगद मात्र 38 हजार है. जबकि भारतीय स्टेट बैंक के तीन खाते में क्रमश: 90.28 रुपए, 201.55 रुपए, पांच हजार रुपए और बैंक ऑफ इंडिया में 12674 रुपए हैं. जमा है.
वहीं पिछले पांच वित्तीय वर्षों के आयकर रिटर्न में दर्शायी गई कुल आय 31 मार्च तक के मुताबिक, साल 2024-25 में 4,97,440 रूपए 23- 24 में 478880 रूपए, 22-23 में 451790 रूपए और साल 21-22 में 422970 रूपए थे.
अपने हलफनामें और क्या बताया है
इसके अलावे अपने हलफनामें में बताया है कि उनके पास खेती की जमीन नहीं है न ही उनके द्वारा जमीन में किसी प्रकार से निवेश किया गया है. चितरपुर मौजा में जयराम महतो के पास 5450 स्क्वायर फीट जमीन है जिसमें एक हजार स्क्वायर फीट में मकान बना हुआ है. जबकि गांव में पैतृक जमीन है, जिसकी कीमत करीब 2 लाख रुपए के आस-पास है.
जयराम महतो पर 14 मामले दर्ज है
वहीं जयराम ने जो निर्वाचन आयोग को जनकारी दी है. उसके मुताबिक जयराम महतो के उपर 14 मामले दर्ज है. इसमें गिरिडीह, धनबाद, बोकारो, रांची और रामगढ़ जिले के अलग-अलग थानों में 14 मामले दर्ज है. इन 14 मुकदमों की जानकारी जयराम ने नामांकन पत्र के साथ दिया है.
जयराम ने नामांकन पत्र के साथ एक एफिडेविट भी दिया है. जिसमें कहा है कि वे राज्य सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ संवैधानिक तरीके से लगातार आंदोलन करते रहे हैं. उनके खिलाफ 14 मामले दर्ज हैं जिसकी जानकारी मुझे है, क्योंकि उक्त क्षेत्राधिकार की पुलिस ने 41ए सीआरपीसी या किसी अन्य नियम के तहत मुझे नोटिस भेजा गया था.
इन 14 मामलों के अतिरिक्त मेरे विरुद्ध कोई अन्य मामला या मामले दर्ज किए गए हैं, तो मुझे इसकी जानकारी नहीं है. इसके अलावा अपने शपथपत्र में उन्होंने आयोग को बतया है कि उन पर कोई देनदारी नहीं है.