झारखंड में इंडिया गठबंधन पलामू लोकसभा से राजद उम्मीदवार को टिकट देने की योजना बना रही है. बीते कल हुए इंडिया गठबंधन की बैठक में यह फैसला लिया गया कि पलामू सीट गठबंधन राजद को दे सकती है. हालांकि वर्तमान में पलामू में भाजपा से बीडी राम सांसद हैं और बीडी राम 2014 में भी पलामू से सांसद चुने गए थे. पलामू सीट पर राजद की पकड़ की बात करें तो रिपोर्ट्स के मुताबिक
2019 के लोकसभा चुनाव में पलामू में राष्ट्रीय जनता दल को 22. 98 % वोट मिला था. 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को 2 लाख 12 हजार 571 वोट मिले थे. 2009 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल को कुल वोट का 20 प्रतिशत से अधिक मिला था. 2007 के उपचुनाव में राजद को 1.64 लाख वोट मिले थे.
2004 के लोकसभा चुनाव में 2.66 लाख वोट राजद को मिले थे. अब एक बार पलामू लोकसभा सीट के इतिहास पर नजर डालें तो, 1952- 57 तक कांग्रेस से गजेंद्र प्रसाद सिंहा सांसद बने. वहीं 1962 में स्वतंत्र पार्टी से शशांक मंजरी सांसद चुने गए.
1967-71 में एक बार फिर कांग्रेस ने बाजी मारी और कमला कुमारी ने जीत हासिल की. 1977 में जनता पार्टी से रामदेनी राम सासंद बने. 1980 से 84 तक कांग्रेस ने पलामू में अपना कब्जा जमाया और कमला कुमारी को जनता ने फिर से सांसद बनने का मौका दिया. 1989 में जनता दल से जोरावर राम सांसद बने. 1991 में पहली बार पलामू की संसदीय सीट पर पहली बार कमल खिला और रामदेव राम सांसद बने. इसके बार 1996 से 1999 तक फिर से भाजपा ने इस सीट पर कब्जा किया और ब्रज मोहन राम सांसद चुने गए. 2004 में राजद से मनोज कुमार सांसद बने 2006 में एख बार फिर राजद से गौरन राम जीते 2009 में झामुमो से कामेश्वर बैठा चुने गए.
वहीं 2014 और 2019 में भाजपा से विष्णु दयाल राम दो टर्म सांसद चुने गए हैं. अब 2024 में भी भाजपा एक बार फिर सीटींग सांसद विष्णु दयाल राम पर दाव लगा सकती है. अब चुनाव के बाद ही पतो चल पाएगा कि पलामू में भाजपा हैट्रिक पूरी कर पाती है या इस बार जनती राजद को मौका देती है.
by – Avantika Raj Choudary