झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारियां ते हो गई है. गठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग को लेकर खींचतान का माहौल बन रहा है. सभी पार्टियां अधिक सीटों पर अपना दावा ठोक रही है कोई भी कम सीट पर कॉम्प्रोमाइज करने को तैयार नहीं है. खासकर पलामू लोकसभा के अंतर्गत आने वाली विधानसभा की सीटों पर इंडिया गठबंधन की पार्टियां अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है. हुसैनाबाद और गढ़वा विधानसभा में पहले से ही इंडिया गठबंधन की पार्टियों के बीच अपना-अपना उम्मीदवार मैदान में उतारने की होड़ लगी है वहीं अब डाल्टनगंज विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस अपना प्रत्याशी उतारने की बात पर अड़ी है.इतना ही नहीं कांग्रेस पलामू की सभी विधानसभा सीटों पर अपना दावा ठोक रही है.
बता दें पलामू लोकसभा के अंदर विधानसभा की 6 सीटें आती है. जिसमें विश्रामपुर, छत्तरपुर, डाल्टनगंज, हुसैनाबाद, गढ़वा और भवनाथपुर की सीटें शामिल है.
पलामू में सीट शेयरिंग से पहले कांग्रेस के दावे को लेकर जिला अध्यक्ष जैश रंजन पाठक ने बताया कि कांग्रेस का सभी सीटों पर दावा है लेकिन पार्टी डालटनगंज, बिश्रामपुर और पांकी पर सबसे अधिक मजबूत है. पार्टी की छत्तरपुर और हुसैनाबाद के लिए दावेदारी है, शीर्ष नेतृत्व से बातचीत की जा रही है.
उन्होंने आगे जोर देते हुए कहा कि – डालटनगंज विधानसभा सीट पर कांग्रेस ही चुनाव लड़ेगी. किसी की गलती के कारण पिछली बार चुनाव हारे थे, जनता ने अपार समर्थन दिया था. गलती के कारण ही पांच वर्ष तक विपक्ष का विधायक रहा है. इस बार कोई हारने वाले प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ेगा जीतने वाले प्रत्याशी ही चुनाव लड़ेंगे.
झारखंड गठन के बाद डाल्टनगंज विधानसभा सीट के इतिहास पर एक नजर डालें तो
2005 में यहां से जदयू के टिकट पर इंदर सिंह नामधारी ने चुनाव जीता था.
2009 में कांग्रेस के कृष्णा नंद त्रिपाठी यहां से जीत कर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने भाजपा के दिलीप सिंह नामधारी को 4 हजार 233 वोटों से हराया था.
2014 के विधानसभा चुनाव में बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेविएम से आलोक चौरसिया जीते. कांग्रेस के कृष्णा नंद त्रिपाठी दूसरे नंबर पर रहे.
2019 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. भाजपा के टिकट से आलोक चौरसिया दूसरी बार लगातार विधायक बने. उन्हें रिकॉर्ड 1 लाख 3 हजार 698 वोट मिले थे वहीं कांग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी को 82 हजार 181 वोट मिले थे.
डाल्टनगंज में अब तक कांग्रेस अपना उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतार रही है ऐसे में कांग्रेस का इस सीट पर स्वाभाविक दावा बनता है लेकिन इस वक्त राजद झारखंड में बगावती तेवर दिखा रहा है . और झामुमो भी पलामू की सीटों पर दावा ठोक रही है अब डाल्टनगंज किसी झोली में आएगी ये तो आलाकमान हा तय करेगा.
हालांकि अगर डाल्टनगंज कांग्रेस की झोली में जाती है तो प्रत्याशी कौन होगा ये अब तक तय नहीं है. केएन त्रिपाठी पर पार्टी एक बार और भरोसा जताएगी या इस बार प्रत्यी में बदलाव होगा .केएनत्रिपाठी को पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव में चतरा संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाया था,लेकिन वो भाजपा के कालीचरण सिंह से हार गए थे.ऐसे में अब उन्हें फिर से मौका मिलेगा या नहीं ये भी वक्त आने पर ही पता चल पाएगा.