झारखंड के लातेहार से शर्मनाक तस्वीर सामने आई है. यहां एक गर्भवती महिला को खटिया पर टांगकर उसके परिजन 8 किमी तक पैदल चले.
गांव से 8 किमी पैदल चलने के बाद मुख्य सड़क आई जहां एंबुलेंस के जरिए प्रसूता को अस्पताल पहुंचाया गया.
घटना की जो तस्वीर सामने आई है उसमें देखा जा सकता है कि 4 लोग गर्भवती महिला को खटिया में बांस के सहारे टांगकर पैदल चल रहे हैं. पीछे-पीछे कुछ महिलायें भी चल रही है.
गर्भवती महिला को मुख्य सड़क तक लाने के लिए परिजनों को पैदल ही नदी और बरसाती नाला भी पार करना पड़ा.
महुआटांड़ प्रखंड के किसी गांव की घटना
बताया जा रहा है कि यह तस्वीर लातेहार के महुआटांड़ प्रखंड अंतर्गत एक गांव की है.
महुआटांड़ प्रखंड के कई गांवों में पेयजल, सड़क, बिजली और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधायें नहीं है. मानसून के समय मुश्किलें और बढ़ जाती है. ग्रामीणों को उफनाती नदियों और दुर्गम जंगलों को पैदल ही पार कर मुख्य सड़क तक आना होता है.
मानसून में कई बार उनका संपर्क जिला और प्रखंड मुख्यालय से कट जाता है.
सिमडेगा में भी बुजुर्ग मरीज को खटिया पर ढोया
2 दिन पहले ऐसी ही एक तस्वीर सिमडेगा से भी आई थी. सिमडेगा के ठेठईंटांगर प्रखंड में बीमार बुजुर्ग व्यक्ति को उनके परिजन खटिया पर लादकर अस्पताल लाये थे. उन्हें भी पैदल ही बरसाती नाला पार करना पड़ा था.
ग्रामीणों का कहना था कि आजादी के 75 वर्ष बाद भी उनके गांव तक सड़क नहीं बनी है. बरसाती नाले और नदियों में पुल-पुलिया नहीं है जिससे परेशानी होती है.