झारखंड में चुनाव से पहले राजनीतिक गलियारों में भारी उथल पुथल मची हुई है. चुनाव के 9 दिन पहले भी नेताओं का दल बदल जारी है. कोई टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर दल बदल रहा तो कोई पार्टी में सम्मान नहीं मिलने के कारण पार्टी बदल दे रहा है. इसी बीच बीती रात भाजपा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा को भारी झटका दिया है. मुख्यमंत्री व बरहेट से झामुमो प्रत्याशी हेमंत सोरेन के प्रस्तावक और अमर शहीद सिद्धो कानो के छठे वंशज मंडल मुर्मू बीती रात भाजपा में शामिल हो गए.
निशिकांत दुबे के आवास में ली सदस्यता
रविवार की रात देवघर में गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के आवास में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंडल मुर्मू भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। भाजपा में झारखंड भाजपा के चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और चुनाव सह प्रभारी असम के मुख्यमंत्री हिमंता विस्वा सरमा, झारखंड भाजपा के संगठन प्रभारी डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, भाजपा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रविंद्र राय, गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने स्वागत किया।
झामुमो में सहज महसूस नहीं हो रहा था
भाजपा में शामिल होने के बाद मंडल मुर्मू ने बताया कि विधानसभा से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का प्रस्तावक बनने के बाद वे झारखंड मुक्ति मोर्चा में सहज महसूस नहीं कर रहे थे। इस कारण भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं।
हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया कि संताल परगना में आदिवासियों के मान-सम्मान की रक्षा को लेकर मंडल मुर्मू से बातचीत कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। हिमंता ने बताया कि मंडल मुर्मू को बरहेट विधानसभा सीट से बीजेपी टिकट पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया गया था, लेकिन मंडल मुर्मू ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि जब वो किसी उम्मीदवार का प्रस्तावक बन गए हैं, तो वो चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन बीजेपी में जरूर शामिल होंगे। इसी के तहत मंडल मुर्मू आज बीजेपी में शामिल हो गए।
जानकार बताते हैं कि मंडल मुर्मू को भोगनाडीह और आसपास के इलाके में क्रांतिकारी परिवार के रूप में जाने जाने की वजह से संथाल परगना की राजनीति में भाजपा कुछ हद तक मजबूत भी होगी.
प्रतुल शाहदेव ने कहा-
इधर मंडल मुर्मू को भाजपा में शामिल होने के बाद प्रदेश की राजनीति में बयान बाजी भी तेज हो गई है.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि मंडल मुर्मू कोई साधारण व्यक्ति नहीं हैं. मंडल मुर्मू सिद्ध-कान्हू चांद-भैरव और फूलों-झानो के छठे पीढ़ी के वंशज हैं. देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले के वंशज आज भाजपा के साथ है. उन्होंने कहा कि जब प्रस्तावक ही मुख्यमंत्री को छोड़कर भाग रहे हैं तो आगे क्या होगा समझ सकते हैं.
मनोज पांडे ने किया जवाबी हमला
वहीं, मंडल मुर्मू को भाजपा में शामिल होने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि इलेक्टोरल बांड के घोटाले का पैसा इसी जोड़ तोड़ में भाजपा खर्च कर रही है. इसी पैसे के माध्यम से लोगों को पाला बदलने और नाम वापस लेने के लिए मोटी रकम दे रही हैं. अफसोस है कि मंडल मुर्मू भी उसका शिकार हो गया है.
मनोज पांडे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “बहुत बड़ी साजिश थी जिसे हमने नाकाम कर दिया. साजिश थी हेमंत सोरेन का नामांकन रद्द करने की.” दरअसल, मनोज पांडे ने गुजरात का जिक्र करते हुए बताया, “लोकसभा चुनाव के दौरान सूरत में प्रस्तावक का अपहरण कर लिया गया था. उन्हें अपने पक्ष में लाया गया, बयान दिया गया कि उन्होंने हस्ताक्षर नहीं किए. हमें समय पर सूचना मिली कि कुछ लोग और एक ‘बिचौलिया’ सांसद इसे पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं. इसलिए हम क्षति नियंत्रण के लिए गए. हम बीजेपी की कमजोरी देख सकते हैं. अगर वे किसी को राजनीतिक रूप से नहीं हरा सकते हैं, तो वे उनके खिलाफ साजिश रचते हैं.
वहीं, कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने हेमंत सोरेन के प्रस्तावक के बीजेपी में शामिल होने को लेकर कहा, “हेमंत सोरेन ने उन्हें बहुत सम्मान दिया था. दबाव में उन्हें पार्टी में शामिल कराया गया है, लेकिन इससे झारखंड के लोग डरने वाले नहीं हैं.
हालांकि अब मंडल मुर्मू के झारखंड में शामिल होने से चुनाव में इसका कितना असर पड़ता है ये तो 23 नवंबर को ही पता चल पाएगा.