उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ में जान गंवाने वाले अभ्यर्थियों के आश्रितों को झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देगी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है.
दरअसल, मुख्यमंत्री ने कुछ सप्ताह पहले ही यह घोषणा की थी कि उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ में जान गंवाने वाले अभ्यर्थियों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
अब खुद मुख्यमंत्री ने बताया कि मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा.
उत्पाद सिपाही के 630 पदों पर होगी भर्ती
गौरतलब है कि अगस्त माह में झारखंड में 630 पदों पर उत्पाद सिपाही की भर्ती के लिए दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन शुरू हुआ था.
बड़ी संख्या में अभ्यर्थी बीमार भी पड़े थे.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने उत्पाद सिपाही भर्ती दौड़ प्रतियोगिता के दौरान जान गंवाने वाले अभ्यर्थियों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनके परिवार वालों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की बात कही थी.
कुछ समय के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा स्थगित भी की गई थी.
अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया था कि शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान व्यवस्था ठीक नहीं थी. रिपोर्टिंग टाइम से लेकर दौड़ होने तक काफी इंतजार कराया गया.
कड़ी धूप में महज 1 घंटे में 10 किमी तक दौड़ाया गया. सेंटर में दवा, मेडिकल उपकरण, एंबुलेंस और जूस जैसी व्यवस्था नहीं थी.
उत्पाह सिपाही भर्ती दौड़ दोबारा शुरू हुई
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अभ्यर्थियों की शिकायतों का संज्ञान लिया.
उन्होंने लगातार हो रही मौत को देख कुछ समय के लिए भर्ती दौड़ को स्थगित कराया.
बाद में निगरानी और सुविधायें बढ़ाते हुए दोबारा भर्ती दौड़ प्रक्रिया की शुरुआत की गयी है.