गुमला ने बढ़ाया राज्य का मान, PM Modi के हाथों गुमला DC को मिला एक्सीलेंस अवार्ड

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Ranchi: झारखंड और गुमला जिले के लिए बीते कल यानी 21 अप्रैल का दिन बेहद ही खास रहा. गुमला डीसी सुशांत गौरव को दिल्ली के विज्ञान भवन में ‘सिविल सर्विस डे 2023’ के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों लोक प्रशासन में उत्कृष्टता का प्रधानमंत्री अवार्ड दिया गया. इस कार्यक्रम के दौरान विज्ञान भवन सभागार में देश के कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और कई राज्यों के आमंत्रित पदाधिकारी मौजूद थे.

ऐसे महत्वपूर्ण मंच से गुमला जिले में हुए कार्यों की सार्वजनिक रूप से प्रशंसा होना निश्चित रूप से जिले की पूरी टीम और जिले के लोगों के लिए गर्व की बात है.

बता दें कि पिछले सप्ताह ही केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय की ओर से सार्वजनिक रूप से घोषणा हो गई थी कि गुमला जिले को पीएम अवार्ड के लिए चुना गया है, उसी दिन से गुमला जिला प्रशासन की टीम और गुमलावासियों में खुशी का माहौल था. इसलिए शुक्रवार को जब दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधानमंत्री के हाथों डीसी सुशांत गौरव अवार्ड ले रहे थे, उस समय वेबकास्ट के माध्यम से गुमला जिला मुख्यालय सहित प्रखंड मुख्यालयों के अधिकारी, कर्मचारी और आम नागरिक भी इन गौरवपूर्ण क्षणों के ऑनलाइन देख रहे थे. गुमला के सैकड़ों लोगों ने इस अवार्ड कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग देखी.

जनजातीय जनसंख्या बहुल और पूर्व में वामपंथ से प्रभावित रहे गुमला जिले में विकास की एक के बाद एक नई गाथाओं के जुड़ने का सिलसिला जारी है. डीसी सुशांत गौरव के विजनरी नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम हर संभव काम कर रही है. वहीं, अवार्ड को डीसी ने जिलेवासियों के नाम समर्पित किया.

सुशांत गौरव ने मोबाइल संदेश भेजकर जिले के पदाधिकारियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए कहा कि उन्हें आशा है कि जिले के सभी पदाधिकारी और कर्मचारी मिलकर ऐसी सफलताओं की आगे भी पुनरावृति करते रहेंगे.

बता दें कि यह पहला मौका है जब झारखंड के किसी जिले को लोक प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है.

बता दें कि पिछले एक वर्ष के अपने कार्यकाल में ही डीसी सुशांत गौरव के प्रयासों से कई बेहतरीन कार्यों को गुमला में धरातल पर उतारा गया है.

बीते दिनों जिले में हुए कामों में रागी मिशन को नई ऊंचाई देना, एनीमिया उन्मूलन, टीबी मुक्त जिला की दिशा में प्रयास, दिव्यांगता पहचान और दिव्यांग कल्याण के लिए किए गए कार्य, पुस्तकालय क्रांति, खेल बैंक, शिक्षा क्षेत्र में अवसंरचनात्मक विकास, बांस शिल्पकारों का प्रशिक्षण और संवर्धन, ताना भगत समुदाय का बहुआयामी योजनाओं से आच्छादन, जिला से लेकर पंचायतों तक खेलों को बढ़ावा, पंचायतों का डिजिटाइजेशन, महिला स्वयं सहायता समूहों को बहुद्देशीय कार्यों में लगाना, मत्स्य पालन को नए आयाम देना, कृषि क्षेत्र में नवाचारी उपायों को अपनाना आदि शामिल है.

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