झारखंड के गिरिडीह में दलित महिला को निर्वस्त्र कर पेड़ से बांधकर पीटने का मामला सामने आया है. मामला के सामने आते ही पुलिसिया व्यवस्था पर सवाल खड़े होने शुरू हो चुके हैं. यह मामला गिरिडीह के सरिया थाना क्षेत्र की है. जहां के लोगों ने एक दलित महिला को घर से ले जाकर और उसके साथ मारपीट की है. इतना ही नहीं उसके कपड़े उतरवा कर उसे निर्वस्त्र कर दिया गया है.
पुलिस पूरे मामले की कर रही जांच
बता दें कि पुलिस अभी तक घटना से संबंधित कोई ठोस सबूत इक्ट्ठा नहीं कर सकी है. वहीं, महिला इस विषय में कुछ कहने को तैयार नहीं है. पीड़ित महिला ने कहा कि स्थानीय लोगों से झगड़ा हुआ था, इसी वजह से मारपीट हुई. वहीं, कुछ स्थानीय बताते हैं कि नाजायज संबंध की वजह से मारपीट की गई थी. वहीं, थाना प्रभारी संतोष कुमार मौर्य ने घटना की पुष्टि करते हुए पीड़ित महिला के बयान के आधार पर कार्रवाई किए जाने की बात कही है.
बालूलाल मरांडी ट्वीट कर बताया मणिपुर जैसा मामला
गिरिडीह मामले में झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर झारखंड सरकार और पुलिस-प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने लिखा “मणिपुर जैसी घटना हमारे राज्य झारखंड में घटी है. गिरिडीह जिले के सरिया थाना क्षेत्र के कोवडिया टोला में बुधवार की रात एक महिला के साथ अत्याचार हुआ. महिला को निवस्त्र कर पीटा गया. मणिपुर की घटना के बाद मैंने सार्वजनिक रूप से उस घटना की निंदा की थी तथा उसे मानवता विरोधी बताया था. इस घटना की भी मैं उसी कठोरता से निंदा करता हूं. बस देखना यह है कि महिला सम्मान के नाम पर गला फाड़ने वाले इसपर कुछ बोलते हैं या शुतुरमुर्ग की तरह मुंह छुपा लेते हैं.”