आदिवासी को प्रकृति प्रेम से कभी दूर किया जा सकता है क्या? कभी नहीं – कल्पना सोरेन

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Ranchi : सरहुल पर्व के मौके पर मुख्यमंत्री चपांई सोरेन के साथ पूर्व मुख्यमंत्री के दोनों बेटे आदिवासी हॉस्टल पहुंचे. वहां उन्होंने पूजा अर्चना किया. वहीं इसे लेकर  हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में तस्वीरे साझा किया है.

जिसमें कल्पना सोरेन ने राज्यवासीयों को सरहुल पर्व की शुभकामनाएं देते हुए लिखा है कि तानाशाही ताकतों के षड्यंत्र के कारण हेमन्त जी आज जेल में हैं. मगर आदिवासी को प्रकृति प्रेम से कभी दूर किया जा सकता है क्या? कभी नहीं. प्रकृति सर्वोपरि है.

प्रकृति का वृहद स्वरूप अपने संघर्षी योद्धा हेमन्त जी को अपना अथाह स्नेह और आशीर्वाद दें. प्रकृति पर्व सरहुल पर समस्त झारखण्डवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं जोहार. सिरजोन पो़रो़ब सरहुल ओ़पसो़र रे जोतो़ झारखण्डीको आ़डी गुनान सारहाव आर जोहार.

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