रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित बीजेपी की आक्रोश रैली में राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने आरोप लगाया है कि हेमंत सोरेन सरकार के निर्देश पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम स्थल पर आने से रोका.
दीपक प्रकाश ने कहा कि विभिन्न जिलों से रांची की ओर कूच कर चुके बीजेपी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं को प्रशासन रोक रहा है.
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि हम हेमंत सरकार के हितैषी अधिकारियों की शिनाख्त कर रहे हैं. 3 महीने में जब बीजेपी की सरकार बनी तो लोकतंत्र के विरोधी ऐसे अधिकारियों को औकात बताएंगे.
दीपक प्रकाश ने कहा कि हमारा आंदोलन झारखंड की 3.5 करोड़ जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप है. हेमंत सोरेन सरकार ने पिछले विधानसभा चुनाव में प्रतिवर्ष 5 लाख नौकरी देने का वादा किया था. ग्रेजुएट बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा किया था.
कहा था कि सरकार बनी तो रोजगार का अधिकार अधिनियम लाएंगे. अब तो 5 साल का कार्यकाल पूरा हो गया लेकिन, एक भी वादा पूरा नहीं किया गया. दीपक प्रकाश ने कहा कि अब तय हो चुका है कि 3 महीने में हेमंत सोरेन की सरकार जाने वाली है. उन्होंने दावा किया कि सरकार की वादाखिलाफी से प्रदेश के युवाओं में आक्रोश है.
दीपक प्रकाश ने कहा कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अलग झारखंड राज्य का निर्माण कर आदवासी-मूलवासी आकांक्षाओं की पूर्ति की. उनकी प्रेरणा से ही राज्य में जब भी बीजेपी की सरकार बनी विकास हुआ.
बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा और रघुवर दास के कार्यकाल में झारखंड में विकास का काम धरातल पर दिखा लेकिन, जब भी यहां यूपीए की सरकार बनी तो झारखंड को लूटखंड बना दिया गया.
उन्होंने कहा कि 2021 को तो हेमंत सरकार ने नियुक्ति वर्ष घोषित किया था. ये घोषणा भी हवा-हवाई ही साबित हुआ. उन्होंने कहा कि जनता मन बना चुकी है.