झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने संकल्प यात्रा के दौरान एक बार फिर हेमंत सोरेन पर हमला बोला है. बाबूलाल मरांडी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार में गरीबों के हक पर लगातार डाका डाला जा रहा है. केंद्र सरकार द्वारा अनाथ बच्चों के लिए चलाई गई स्पॉन्सरशिप योजना में हर बच्चे से 1000 रुपए प्रति माह वसूले जा रहे हैं.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिस तरह से अनाथ बच्चों के लिए चल रही स्पॉन्सरशिप योजना में पैसे की वसूली हो रही है, उसी तरह झारखंड में केंद्र की लगभग हर दूसरी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही है.
अधिकारियों को ‘भ्रष्ट मुख्यमंत्री‘ हेमंत का संरक्षण
बाबूलाल मरांडी ने इस भ्रष्टाचार के लिए केवल और केवल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जिम्मेदाप ठहराया है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने पैसों की लालच में लोकलाज और मर्यादाओं को ताक पर रख दिया है. इसकी वजह भी सिर्फ एक है, उन्हें ‘भ्रष्ट मुख्यमंत्री’ हेमंत जी का संरक्षण मिला हुआ है.
हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री की मानवीय संवेदना शून्य
इसके अलावा बाबूलाल मरांडी ने राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड के स्वास्थ्य व्यवस्था की दुर्दशा किसी से छुपी नहीं है. उचित स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में राज्य की गरीब जनता असहाय महसूस कर रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री की मानवीय संवेदना शून्य हो चुकी हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य में केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध आयुष्मान योजना का भी लाभ गरीबों तक नहीं पहुंच पा रहा है. प्रदेश में हमारी सरकार बनते ही राज्य के हर-एक योग्य लाभुक को उनके घर जाकर आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा और उनके लिए निशुल्क विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.