शराब घोटाले की जांच अब ईडी तेजी से कर रही है. बीते 5 सितंबर को ईडी ने शराब घोटाले के जांच को लेकर शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी से पूछताछ की. ये पूछताछ रात के 10 बजे तक चली. इस दौरान ईडी ने योगेंद्र तिवारी से इस घोटाले से जुड़े लोगों के बारे में जानाकरी ली. दरअसल, ईडी को ये जानना था कि इस शराब सिंडिकेट से और कौन-कौन जुड़े हैं.
ईडी के सूत्रों के हवाले से ये बात सामने आई है कि पूछताछ में कई लोगों के नाम सामने आए हैं जो इस सिंडिकेट से जुड़े हुए हैं. इसमें कई नेताओं के भी नाम शामिल हैं. जिसके बाद ईडी अब इन लोगों को लेकर जानकारी जुटा रही है. ईडी को जानकारी मिली है कि झारखंड में जो नई शराब नीति लागू हुई, उसकी पॉलिसी बदलने में कई नेताओं और अधिकारियों ने भूमिका निभाई है.
ईडी ने शराब घोटाले मामले में 23 अगस्त को रांची सहित धनबाद, गिरिडीह, देवघर, दुमका, गोड्डा और कोलकाता में एक साथ छापेमारी की थी. इसमें योगेंद्र तिवारी व उसके भाई अमरेंद्र तिवारी सहित उनके कई सहयोगियों के ठिकाने शामिल थे.
ईडी ने जब शराब घोटाला को लेकर छापा मारा था. उस वक्त झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव के आवास पर भी छापा मारा था. अब ईडी रोहित उरांव को समन भेजने की तैयारी कर रही है. जल्द ही उन्हें भी समन कर ईडी पूछताछ के लिए बुला सकती है. आपको बता दें कि शराब मामले में ईडी ने रोहित उरांव के यहां भी छापेमारी की थी. उस वक्त वित्त मंत्री के आवास से 30 लाख रुपए मिले थे.