चमरा लिंडा शपथ ग्रहण के बाद से ही एक्शन मोड में हैं. वह रोजाना विभिन्न स्कूलों में जाकर औचक निरीक्षण कर रहे हैं.
स्कूलों में बुनियादी सुविधा, शिक्षकों की उपलब्धता और मिड-डे-मील की गुणवत्ता आदि का जायजा ले रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को वह गुमला जिला के बिशुनपुर अंतर्गत राजकीय अनुसूचित जनजातीय आवासीय उच्च विद्यालय (जोभीपाठ) पहुंचे.
उन्होंने स्कूल का निरीक्षण किया और छात्रों को दिए जा रहे भोजन की गुणवत्ता की जांच की. चमरा लिंडा ने यहां स्कूली बच्चों को अंग्रेजी व्याकरण भी पढ़ाया. चमरा लिंडा बच्चों को टेंस पढ़ाते दिखे. इसके बाद उन्होंने खुद थाली लेकर मिड-डे-मील चखा.
चमरा लिंडा ने कहा कि हमारी सरकार स्कूलों में बच्चों को पोषणयुक्त आहार उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है.
चमरा लिंडा पहली बार मंत्री बने हैं
चमरा लिंडा पहली बार मंत्री बने हैं. गुमला के बिशुनपुर विधानसभा सीट से लगातार चौधी बार जीत हासिल करने वाले चमरा लिंडा 2004 से 2024 तक लगातार लोकसभा चुनाव लड़ने का रिकॉर्ड भी बना चुके हैं.
2024 में लोहरदगा संसदीय सीट पर इंडिया गठबंधन की ओर से कांग्रेस के प्रत्याशी सुखदेव भगत के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने की वजह से झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के आदेश पर उनको पार्टी से 6 वर्ष के लिए निलंबित भी किया गया था.
हालांकि, बाद में उनका निलंबन वापस लिया गया. उनको बिशुनपुर से टिकट मिला औऱ वह जीते भी. कहा जाता है कि गुमला जिला के आसपास की तमाम विधानसभा सीटों पर चमरा लिंडा का बहुत प्रभाव है.
शिक्षा में सुधार के लिए मंत्री के बड़े ऐलान
चमरा लिंडा को हेमंत सोरेन सरकार में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री बनाया गया है.
चमरा लिंडा की पहचान जनप्रिय नेता के रूप में रही है. वह, लगातार क्षेत्र में स्कूलों का दौरा करके स्थिति का जायजा ले रहे हैं. इसी बीच चमरा लिंडा ने घोषणा की है कि वह दिल्ली के सरकारी स्कूलों की तर्ज पर झारखंड के स्कूलों को विकसित करेंगे जहां अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जायेगी.
चमरा लिंडा ने यह भी कहा कि बहुत जल्द 500 और सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना होगी. शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया भी अविलंब शुरू होगी.