Ranchi : कांग्रेस पार्टी की सबसे युवा विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने मंत्रिपद की शपथ ली. मांडर विधानसभा सीट से लगातार दूसरी बार विधायक चुनी गयीं शिल्पी नेहा तिर्की संभवत, झारखंड के इतिहास में सबसे कम उम्र की मंत्री बनी हैं.
आदिवासी-क्रिश्चियन समीकरण को साधने के लिए मिला मंत्रिपद
सियासी जानकारों का मानना है कि कांग्रेस पार्टी ने आदिवासी-क्रिश्चियन समीकरण को साधने के लिए शिल्पी नेहा तिर्की को मंत्रिपद सौंपा है. लेकिन केवल इतना कहना उनकी योग्यता से न्याय नहीं होगा. बंधु तिर्की जैसे दिग्गज नेता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहीं शिल्पी नेहा तिर्की काफी पढ़ी लिखी हैं.
उनमें केवल सियासी ही नहीं बल्कि जनहित से जुड़े मुद्दों की भी गहरी समझ है. शिल्पी नेहा तिर्की में प्रशासनिक दक्षता भी है. गौरतलब है कि हालिया संपन्न चुनावों में कांग्रेस की शिल्पी नेहा तिर्की ने मांडर सीट पर भाजपा के सन्नी टोप्पो को 22,802 मतों से हराया है. शिल्पी नेहा तिर्की का राजनीति में आना भी अप्रत्याशित था.
दरअसल, 2019 के विधानसभा चुनाव में मांडर सीट पर बंधु तिर्की ने झाविमो के सिंबल पर जीत हासिल की थी. चुनाव बाद वह कांगेस में चले गये. इसी बीच अप्रैल 2022 में बंधु तिर्की को आय से अधिक संपत्ति के मामले में पीएमएलए कोर्ट ने 3 साल की सजा सुना दी. जनप्रतिधित्व अधिनियम -1951 की धारा 9ए के तहत उनकी विधानसभा की सदस्यता चली गयी. चुनाव लड़ने पर भी 10 साल के लिए रोक लगा दी गयी.
लाखों के पैकज को छोड़कर आना पड़ा था राजनीति में
इसी समय महज 28-29 साल की शिल्पी नेहा तिर्की बेंगलुरु की एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी कर रही थीं. इधर, मांडर सीट खाली हुयी तो वहां उपचुनाव की घोषणा हो गयी. आनन-फानन में शिल्पी नेहा तिर्की को बेंगलुरु की अच्छे पैकेज वाली नौकरी छोड़कर झारखंड आना पड़ा.
यहां उनको कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित किया और वह जीती भीं. जुलाई 2022 में शिल्पी नेहा तिर्की ने झारखंड के सबसे युवा विधायक के रूप में शपथ ली थी. अब 2024 में वह दोबारा विधायक निर्वाचित हुयी हैं.
इतनी पढ़ी लिखी है मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की
शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो शिल्पी नेहा तिर्की ने बेंगलुरु के क्रिश्ट कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन किया है. फिर उन्होंने सेंट जेवियर कॉलेज मुंबई से मार्केटिंग कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा किया. सियासत में आने से पहले शिल्पी नेहा तिर्की बेंगलुरु की एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करती थीं. उनके पति मर्चेंट नेवी में सेंकेंड इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं.
गौरतलब है कि शिल्पी नेहा तिर्की ने पिछले 3 वर्षों में कम समय में ही अपनी योग्यता साबित की है. उन्होंने सदन के भीतर और बाहर भी सरकार को मजबूती से डिफेंड किया है. विपक्ष के तमाम हमलों और आरोपों का तथ्यों के साथ खंडन किया है.
उनमें प्रशासनिक दक्षता भी दिखती है. जाहिर है कि उनको मंत्रिमंडल में जो भी विभाग मिलेगा, उम्मीद है कि वह इस जिम्मेदारी का ईमानदारी से निर्वहन करेंगी. शिल्पी नेहा तिर्की युवा हैं तो उम्मीद होगी कि वह युवाओं के रोजगार के मसले पर भी संवेदनशील रहेंगी