क्या पौड़ैयाहाट विधानसभा सीट पर अब मुकाबला सीधा भाजपा और कांग्रेस के बीच नहीं होगा, पौड़ैयाहाट में क्यों बन रहे हैं त्रिकोणीय मुकाबले केआसार , क्या भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय चुनावी मैदान में होंगे राघवेंद्र सिंह, और राघवेंद्र सिंह के चुनावी मैदान में होने से किस पार्टी को होगा नुकसान.
भारतीय जनता पार्टी ने बीते शानिवार की शाम 68 में से 66 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की. सूची में पौड़ैयाहाट विधानसभा सीट से देवेंद्र नाथ सिंह का नाम आया.जबकि इस सीट से लगातार जिला परिषद सदस्य राघवेंद्र सिंह मेहनत कर रहे थे.राघवेंद्र जनता से जुड़े जनता के बीच के नेता हैं, उन्हें पूरी उम्मीद थी कि भाजपा उनके प्रयासों को देखते हुए पौड़ैयाहाट से उन्हें टिकट जरुर देगी.
राघवेंद्र सिंह लंबे समय से राजनीति से जुड़े हैं. उन्होंने पौड़ैयाहाट के सभी वर्गों के बीच अपनी पैठ बनाई है. राघवेंद्र सिंह ने जिला परिषद के चुनाव में सीटींग विधायक प्रदीप यादव के साले जितेंद्र यादव को हरा कर जिला परिषद सदस्य बने. लेकिन पार्टी ने देवेंद्र नाथ सिंह को पौड़ैयाहाट से प्रत्याशी बनाया.
अब टिकट नहीं मिलने और अपने समर्थकों के कहने पर राघवेंद्र सिंह ने पौड़ैयाहैट विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना लिया है. इस मामले में राघवेंद्र सिंह का कहना है कि उनके कार्यकर्ता, पूरी जोश जुनून के साथ चाहते हैं कि वो निर्दलीय चुनाव लड़े. उन्होंने बताया कि पौड़ैयाहाट क्षेत्र में जनता प्रदीप यादव के काम से भी खुश नहीं है और बदलाव चाहती है. विधायक प्रदीप यादव से नाखुश लोग ,क्षेत्र के अल्पसंख्यक लोगों का भी पूरा समर्थन मेरे साथ है, आदिवासियों का समर्थन हमारे साथ है. राघवेंद्र सिंह का दावा है कि भाजपा के कार्यकर्ता और वोटर्स चाहते हैं कि वो निर्दलीय चुनाव में उतरे.
अब राघवेंद्र सिंह के निर्दलीय चुनाव में उतरने से पौड़ैयाहाट में एक नया समीकरण देखने को मिल सकता है. राघवेंद्र सिंह का दावा है कि अगर वो निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो प्रदीप यादव और कांग्रेस का किला धवस्त कर सकते हैं. उनका और उनके समर्थकों का कहना है कि पौड़ैयाहाट में राघवेंद्र भाजपा और कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बनेंगे. और दोनों पार्टियों के लिए राघवेंद्र का रास्ता रोकना थोड़ा मुश्किल हो सकता है.
पोड़ैयाहाट सीट भाजपा के लिए भी बड़ी चुनौती साबित हो सकती है. लंबे समय से यहां प्रदीव यादव अलग-अलग पार्टियों से चुनाव जीतते आ रहे हैं लेकिन बड़ी बात तो यह है कि लोकसभा चुनाव में पोरैयाहाट विधानसभा से भाजपा को राघवेंद्र सिंह और उनके समर्थकों ने अच्छी खासी लीड दिलाई थी.अगर राघवेंद्र सिंह निर्दलीय चुनावी मैदान में होते हैं तो भाजपा के लिए यह सीट टेड़ी खीर साबित हो जाएगी.
हालांकि अब राघवेंद्र निर्दलीय चुनाव का आधिकारिक ऐलान कब करते हैं ये तो आने वाले कुछ दिनों में साफ हो जाएगा.